Naami Giraami Aaj Tak Radio
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- Sociedade e cultura
Naami Giraami is a Hindi podcast by Aaj Tak Radio on biographies of influential and powerful people.
Audio packages on Stories and life journeys of famous personalities of India and around the world. Catch up with a new episode every Monday.
नायक और खलनायक. विद्वान और महारथी. कला के ऐसे सितारे जो अब भी आसमान में चमकते हैं. और ऐसी हस्तियां जो इतिहास में अमर हैं. उजले व्यक्तित्व के धनी भी. और स्याह पहलुओं वाले लोग भी. ये वो लोग हैं जो मशहूर हैं. ये हैं, नामी गिरामी. सुनिए, हर सोमवार आज तक रेडियो पर.
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लिंकन को गोली मारने वाले एक्टर ने उसे तानाशाह क्यों कहा?: नामी गिरामी, Ep 253
अब्राहम लिंकन को गुज़रे 150 साल हो चुके हैं, उनके बाद 30 और राष्ट्रपतियों ने देश की कमान, मुश्किल वक़्त में संभाली है. लेकिन आज भी, लिंकन को उनकी लीडरशिप एबिलिटी के लिए याद किया जाता है... मिसालें दी जाती हैं.लिंकन के सम्मान में अमेरिकी करेंसी के एक सेंट और पांच डॉलर पर लिंकन की तस्वीर लगाई गई है... माउंट रशमोर में पहाड़ पर उकेरे गए चार राष्ट्रपतियों के चेहरों में एक चेहरा लिंकन का भी है, ऐसा क्या ख़ास किया था लिंकन ने, सुनिए 'नामी गिरामी' में.
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मोनालिसा कैसे लियोनार्डो दा विंची से भी ज़्यादा मशहूर हो गई?: नामी गिरामी, Ep 252
मोनालिसा एक पेंटिंग के साथ-साथ कला जगत के लिए एक पहेली भी है. लगभग 500 साल पहले बनाई गई इस पेटिंग को लेकर आज भी कई थ्योरिज़ गढ़ी जाती हैं. मोनालिसा में कितनी बारीकियां छिपी हैं, उसे वही समझ सकता है जो रंगों के इस्तेमाल, बैठने के तरीके, आंखों की रौशनी, पीछे बनी वादियों को अलग-अलग कर परत दर परत अलग कर सके, कैसे एक पेंटिंग उसे बनाने वाले से बड़ी बन गई, सुनिए नामी गिरामी में किस्सा उस कलाकार लियोनार्डो दा विंची की जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्सिंग- कपिल देव सिंह -
वो अरबपति कलाकार जो रोम की सड़कों पर फटेहाल घूमता था: नामी गिरामी, Ep 251
मिकल एंजलो ने ऐसी मूर्तियां बनाईं जिसे देख लगता हैं, वो अब बोल उठेंगी, पोप ने पेंटिंग्स बनाने के लिए कहा तो पूरे छत पर न्यूड सब्जेक्ट्स बना दिए और जब मौका मिला वास्तुकला में हाथ आज़माने का तो रोम को सबसे ख़ूबसूरत बिल्डिंग बना कर दिया, हथौड़े की आवज़ा उसके दिल की धड़कनों से मेल खा चुकी थीं, पत्थर टूटने से निकलने वाली धूल उसके नसों में बैठ गई थी, आज 'नामी गिरामी' में सुनिए किस्सा दुनिया के सबसे महान कलाकार की जमशेद क़मर सिद्दीक़ी से.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्सिंग- सचिन द्विवेदी -
बलराज साहनी के लिए मुंबई के मज़दूर अस्पताल के बाहर क्यों जमा हो गए थे?: नामी गिरामी, Ep 250
इसे संयोग ही माना जाएगा कि दुनिया जिस तारीख को मज़दूर दिवस मनाती है, उसी तारीख यानी पहली मई 1913 को पंजाब के रावलपिंडी में बलराज साहनी का जन्म हुआ, उनकी फ़िल्मों में किरदार और कहानियां अक्सर आम लोगों के हुआ करते थे, उन्होंने ज़िंदगी में कभी एक्टिंग की ट्रेनिंग नहीं ली थी, उन्होंने ज़िंदगी को ही ऐसे जिया, जैसे कोई स्कूल हो, सुनिए 'नामी गिरामी' में बलराज साहनी की ज़िंदगी से जुड़े किस्से.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्स- सचिन द्विवेदी -
चुनाव आयोग को अपनी शक्तियां याद दिलाने वाले जामवंत थे टी एन शेषन: नामी गिरामी, Ep 249
तिरुनेलै नारायण अइयर शेषन इन शॉर्ट टी एन शेषन, 12 दिसंबर, 1990 को भारत के 10वें चुनाव आयुक्त बने थे. इनके बाद 15 लोग और इस कुर्सी पर बैठ चुके हैं, लेकिन शेषन ने अपने कार्यकाल में जो किया उसकी वजह से चुनाव आयोग के इतिहास को बिफ़ोर शेषन और आफ़्टर शेषन के तौर पर याद किया जाता है, बतौर चुनाव आयुक्त शेषन ने क्या बदलाव किए, सुनिए 'नामी गिरामी' में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी के साथ.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्सिंग- नितिन रावत -
फ़िल्मों का ग्रामर गढ़ने वाले बस्टर कीटन क्यों भुला दिए गए?: नामी गिरामी, Ep 248
बस्टर कीटन का जन्म स्टेज पर हुआ, ये कहना ज़्यादा ग़लत नहीं होगा. जब वो तीन साल के थे तब से ही वो अपने मां-बाप के साथ स्टेज पर दिखने लगे थे. जब ठीक से बोलना चलना सीख लिया तो पिता के प्ले में किरदार भी निभाने लगे. चार्ली चैप्लिन के समकालिन बस्टर कीटन ने फ़िल्म बनाने का तरीका सिखाया, अपने स्टंट से सबको हंसाया लेकिन क्यों उन्हें आज चैप्लिन की तरह याद नहीं किया जाता, कैसे प्रोडक्शन हाउस ने उनके करियर को डूबो दिया, सुनिए 'नामी गिरामी' में जमशेद क़मर सिद्दीक़ी के साथ.
प्रोड्यूसर- कुंदन
साउंड मिक्स- कपिल देव सिंह