Kantaap KANTAAP ZINDAGI KI
-
- Darstellende Kunst
कभी बड़ी टेढ़ी है तो कभी है सपाट , का भैय्या खाये हो ज़िंदगी की कंटाप !
कभी बड़ी टेढ़ी है तो कभी है सपाट , का भैय्या खाये हो ज़िंदगी की कंटाप !
54 s
कभी बड़ी टेढ़ी है तो कभी है सपाट , का भैय्या खाये हो ज़िंदगी की कंटाप !
कभी बड़ी टेढ़ी है तो कभी है सपाट , का भैय्या खाये हो ज़िंदगी की कंटाप !
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