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Prerna aur Mai Ramsingh Charlie

    • Críticas de cine

उ सका दूसरा नाम है प्रेरणा। जब वो मेरे साथ नहीं होती है तब प्रेरणा ही है जो मेरे हाथ को कसके पकड़ लेती है। आसपास के धुंधले शब्द मुझे दिखने लगते है। शब्दों को चुनने में ज़रा भी पाबंदी नहीं होती है। इस समय मै बैठ जाता हूं और प्रेरणा बस मुझे एकटक देखती रहती है। प्रेरणा मेरा खयाल रखती है और हर तरह से मेरे साथ आगे चलती है। वो इतना कुछ करती है कि कभी कभी लगता है, प्रेरणा के साथ कुछ ग़लत तो नहीं कर रहा हूं। बहुत कुछ करने से साथ छूट जाता है जैसे मेरा छूटा और प्रेरणा है कि दिनभर रातभर मेरी उदासी का सहारा बनी रहती है। उसे डांट भी नहीं पता। हा कभी कभी झुंझलाहट होती है लेकिन मै ख़ुद को रोक लेता हूं। इस समय प्रेरणा के अलावा कोई है भी तो नहीं जिससे बात कर सकूं। नहीं, मै मतलबी नहीं हूं; मै प्रेरणा का साथ नहीं छोडूंगा। लेकिन अगर नहीं छोड़ा तो वो कभी नहीं होगी मेरे साथ, है ना! क्या वो और प्रेरणा एक साथ रह सकते है? मुझसे चुनाव नहीं होता और शायद मुझमें  चुनने की काबिलियत भी नहीं है। इसीलिए जब वो नहीं होती है, प्रेरणा होती है। इस बार जब वो साथ होगी, मै सीधे उससे प्रेरणा के बारे में बात करूंगा। मुझे हमेशा प्रेरणा के साथ रहना है। हा, उसके छूटने पर तकलीफ़ होती है लेकिन जब प्रेरणा नहीं होती है तो मन नहीं लगता किसी भी चीज में। प्रेरणा तुम बहोत प्यारी हो। अपना खयाल रखना क्युकी इतने प्यारे लोगो को आसानी से छोड़ दिया जाता है। मानता हूं,मैने भी कई बार तुम्हे छोड़ा है, लेकिन हर बार जब कोई नहीं होता, तुम मेरे साथ रहती हो, मेरा खयाल रखती हो, मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा, प्रेरणा तुम देती हो। प्रेरणा हम साथ रहेंगे हमेशा।।

संदीप श्रीधर

Apr 22, 2020

उ सका दूसरा नाम है प्रेरणा। जब वो मेरे साथ नहीं होती है तब प्रेरणा ही है जो मेरे हाथ को कसके पकड़ लेती है। आसपास के धुंधले शब्द मुझे दिखने लगते है। शब्दों को चुनने में ज़रा भी पाबंदी नहीं होती है। इस समय मै बैठ जाता हूं और प्रेरणा बस मुझे एकटक देखती रहती है। प्रेरणा मेरा खयाल रखती है और हर तरह से मेरे साथ आगे चलती है। वो इतना कुछ करती है कि कभी कभी लगता है, प्रेरणा के साथ कुछ ग़लत तो नहीं कर रहा हूं। बहुत कुछ करने से साथ छूट जाता है जैसे मेरा छूटा और प्रेरणा है कि दिनभर रातभर मेरी उदासी का सहारा बनी रहती है। उसे डांट भी नहीं पता। हा कभी कभी झुंझलाहट होती है लेकिन मै ख़ुद को रोक लेता हूं। इस समय प्रेरणा के अलावा कोई है भी तो नहीं जिससे बात कर सकूं। नहीं, मै मतलबी नहीं हूं; मै प्रेरणा का साथ नहीं छोडूंगा। लेकिन अगर नहीं छोड़ा तो वो कभी नहीं होगी मेरे साथ, है ना! क्या वो और प्रेरणा एक साथ रह सकते है? मुझसे चुनाव नहीं होता और शायद मुझमें  चुनने की काबिलियत भी नहीं है। इसीलिए जब वो नहीं होती है, प्रेरणा होती है। इस बार जब वो साथ होगी, मै सीधे उससे प्रेरणा के बारे में बात करूंगा। मुझे हमेशा प्रेरणा के साथ रहना है। हा, उसके छूटने पर तकलीफ़ होती है लेकिन जब प्रेरणा नहीं होती है तो मन नहीं लगता किसी भी चीज में। प्रेरणा तुम बहोत प्यारी हो। अपना खयाल रखना क्युकी इतने प्यारे लोगो को आसानी से छोड़ दिया जाता है। मानता हूं,मैने भी कई बार तुम्हे छोड़ा है, लेकिन हर बार जब कोई नहीं होता, तुम मेरे साथ रहती हो, मेरा खयाल रखती हो, मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा, प्रेरणा तुम देती हो। प्रेरणा हम साथ रहेंगे हमेशा।।

संदीप श्रीधर

Apr 22, 2020

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