Raheem Ji Ke Dohe Anuj Kumar
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- Arte
Raheem ji ke prasidh dohe.
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हम पंछी उन्मुक्त गगन के, श्रुति पांडे 7D
इस कविता में कवि शिवमंगल सुमन जी ने हमें एक पिंजरे में बंद पक्षी की करुण बात सुनाई है। आशा होगी आपको या पॉडकास्ट पसंद आया।