Not Just Stories Not Just Stories
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- Досуг
CNBC में 5 साल और एड एजेंसी में 2 साल का अनुभव होने के बाद मेरे लिए एक बात साफ हो गई कि जिंदगी में कहांनियां ही सब कुछ हैं। हर दिन, हर पल, हर लम्हा, हर इंसान एक कहानी रच रहा है। भगवान ने जो इतना बड़ा मंच दिया है, इस मंच पर हम सब अपने-अपने किरदारों में अपनी अनेक कहांनियां ही तो बताने आए हैं। सोचिये अगर इस दुनिया में कहांनियां नहीं होतीं तो क्या होता, या क्या नहीं होता।शायद, कुछ नहीं होता क्योंकि कहांनियां ना होतीं तो हमारा अस्तित्व ना होता, हमारे पास सोचने को कुछ ना होता, बताने को कुछ होता ना होता, महसूस करने को भी कुछ ना होता। इन कहांनियों से ही मुस्कान है, आस है और जिंदगी गुलज़ार है।
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अकबर-बीरबल की कहानियां, बीरबल की खिचड़ी II Akbar-Birbal Stories, Birbal's Khichadi- Inspiring Story
बीरबरल की ही तरह हम भी पढ़े-लिखे हैं, हमारे अंदर शायद उन लोगों से ज्यादा समझ है जो लोग पढ़ना-लिखना नहीं जानते। इसलिए हमारा फर्ज बनता है कि हम ऐसे लोगों की मदद करें। हो सकता है हमारी छोटी सी मदद से किसी का भला हो जाए। उदाहरण के तौर पर मेरे घर में काम करने वाली दीदी पढ़ी-लिखी नहीं है, लिहाजा उनका मकानमालिक उन्हें बेवकूफ बनाकर टैक्स के नाम पर ज्यादा किराया वसूल रहा था। जब दीदी ने मुझे ये बात बताई तो मैने उससे कहा कि वो अपने मकान मालिक से टैक्स के कागज या रसीद मांग कर ले आए। जाहिर सी बात है कि मकान मालिक के पास कोई रसीद नहीं थी, इसलिए अगले महीने से उसने ज्यादा किराया मांगना बंद कर दिया। ऐसे ही आप लोग भी जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं। ताकि उनको मूसीबत के वक्त में अकेला महसूस ना हो। ऐसा करने से उनको तो लाभ होगा ही आपको भी बहुत आदंन आएगा, आपको अपने उपर गर्व महसूस होगा। अगर आपने, ऐसे किसी व्यक्ति की मदद की है तो कमेंट सेक्शन में अपना अनुभव जरूर शेयर करें।
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गाय को माता क्यों कहते हैं? Why is Cow sacred in Hindu Religion? क्या कहते हैं शास्त्र? Shastra Logic
सबसे पहले बताते हैं कि गाय का धार्मिक और पौराणिक महत्व क्यों है? गाय को माता मानने के पीछे यह आस्था है कि गाय में समस्त देवता निवास करते हैं और प्रकृति की कृपा भी गाय की सेवा करने से ही मिलती है। भगवान शिव का वाहन नंदी (बैल), भगवान इंद्र के पास समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाली गाय कामधेनू, भगवान श्री कृष्ण का गोपाल होना और अन्य देवियों के मातृवत गुणों को गाय में देखना भी गाय को पूज्य बनाते हैं।
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कैसे हम बेवकूफ बनते हैं, एक कहानी II How do we get fooled, a story- Harishankar Parsai II Satire.
एक अशुद्ध बेवकूफ, हरिशंकर परसाई (कहानी) अपने आप से पूछिए कि आप किस तरह के बेवकूफ हैं- शुद्ध या फिर अशुद्ध? बिना जाने बेवकूफ बनाना एक अलग और आसान चीज है। कोई भी इसे निभा देता है। मगर यह जानते हुए कि मैं बेवकूफ बनाया जा रहा हूं और जो मुझे कहा जा रहा है, वह सब झूठ है- बेवकूफ बनते जाने का एक अपना मजा है। आप भी ये ऑडियो सुनें और मजे लें।
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खुद को पहचानें, Know Yourself Better- हाथी और 6 अंधे आदमी, एक कहानी- Elephant & 6 Blind Men, a story
संभव है कि हमें सिक्के का एक ही पहलु दिख रहा हो और उसके आलावा भी कुछ ऐसे तथ्य हों जो सही हों। इसलिए हमें अपनी बात तो रखनी चाहिए पर दूसरों की बात भी सब्र से सुननी चाहिए। दूसरों की बात से भी आपको काफी कुछ सीखने को मिल सकता है, एक नया point of view मिल सकता है। वेदों में भी कहा गया है कि एक सत्य को कई तरीके से बताया जा सकता है।तो, जब अगली बार से आप ऐसी किसी बहस में पड़ें तो याद कर लीजियेगा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि आपके हाथ में सिर्फ पूँछ है और बाकी हिस्से किसी और के पास हैं।
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बेकार की इच्छाओं से दूर कैसे रहें? How to get rid of unwanted desires? The key to happiness, a story
पुराणों में रक्तबीज असुर के संहार की कहानी है जिससे काफी कुछ सीखने को मिलता है। आज मैंने आप सब के लिए वही कहानी अपलोड की है। उम्मीद है कि आप सब को पसंद आएगी।
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क्या गंगा में डुबकी लगाने से पाप धुलते हैं? कहानी II Can a dip in the Ganges wash away sins?
दोस्तों मैं वाराणसी से हूं, मैंने कई बार लोगों को कहते सुना है कि गंगा में डुबकी लगाने से अच्छे-अच्छों के पाप धुल जाते हैं। लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई है? क्या ये महज़ एक कहानी है? इस प्रश्न को बड़े ही सुंदर भाव के साथ इस कहानी में दर्शाया गया है। उम्मीद है कि आपको ये कहानी अच्छी लगेगी।