"मेरे मन की" मेरी आवाज में अर्चना चावजी Archana Chao
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- Samhälle och kultur
भिन्न -भिन्न ब्लॉग पढ़ते हुए जो मन को भाया वही अपनी आवाज में लेखक की अनुमति से रिकार्ड किया। वही सब आपके सुनने को यहां संकलित किया गया।
अगर अच्छा लगे तो आपका स्नेह बनाए रखें और प्रोत्साहन के दो शब्द कहें।
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सत्यमेव जयते, कविता स्वरचित
सत्यमेव जयते शीर्षक से लिखी कविता 2012 में मेरे ब्लॉग "मेरे मन की"पर पोस्ट की थी।
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इक तो सजन मेरे पास नहीं है।
लेखक- गौतम राजऋषि /Goutam Rajrishi वाचन- अर्चना चावजी /Archana Chaoji
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