Granny ka Pitara Anamika Mishra
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Daydreamer who wants to be Youngest Granny, with rainbow of creativity & loads of stories in her Pitara. A boho soul who keeps wandering in the lanes of nostalgia. An insomniac bookworm who is cleaver enough to steal time in her messy household with super active toodler. Generally found in hibernation making illustrations, DIYs, composing poetries & writing scraps. Telephonophobic who is very responsive on the links below
grannykapitara@gmail.com
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Ep. 4 : त्रासदी
नए पन्नों से : किस्सों और कविताओं की अनगढ़ शुरुआत तो स्कूल के दिनों में ही हो चुकी थी. लेकिन जिसे कविता कहकर सुनाया जा सके ऐसा कुछ कॉलेज के "पी के कॉफी नशा चढ़े और पॉपकॉर्न मारे किक" वाले दिनों के बाद 2013 से 2017 के बीच अलग- अलग ऑफिसेज में बेमन और विशुद्ध बोरिंग नौकरियां करते हुए लिखा गया, जो पुरानी डायरी है. 2018 से अपने बहुत व्यस्त बेरोजगार रूटीन से कामचोरी करते हुए इसमें नए पन्ने बढ़ाती जा रही हूँ! आज की कविता नए पन्नों से है...
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Ep. 3 : माइल्स्टोन
नए पन्नों से : किस्सों और कविताओं की अनगढ़ शुरुआत तो स्कूल के दिनों में ही हो चुकी थी. लेकिन जिसे कविता कहकर सुनाया जा सके ऐसा कुछ कॉलेज के "पी के कॉफी नशा चढ़े और पॉपकॉर्न मारे किक" वाले दिनों के बाद 2013 से 2017 के बीच अलग- अलग ऑफिसेज में बेमन और विशुद्ध बोरिंग नौकरियां करते हुए लिखा गया, जो पुरानी डायरी है. 2018 से अपने बहुत व्यस्त बेरोजगार रूटीन से कामचोरी करते हुए इसमें नए पन्ने बढ़ाती जा रही हूँ!
आज की कविता नए पन्नों से है... -
Ep. 2 : मां
पुरानी डायरी से : किस्सों और कविताओं की अनगढ़ शुरुआत तो स्कूल के दिनों में ही हो चुकी थी. लेकिन जिसे कविता कहकर सुनाया जा सके ऐसा कुछ कॉलेज के "पी के कॉफी नशा चढ़े और पॉपकॉर्न मारे किक" वाले दिनों के बाद 2013 से 2017 के बीच अलग- अलग ऑफिसेज में बेमन और विशुद्ध बोरिंग नौकरियां करते हुए लिखा गया, जो पुरानी डायरी है. 2018 से अपने बहुत व्यस्त बेरोजगार रूटीन से कामचोरी करते हुए इसमें नए पन्ने बढ़ाती जा रही हूँ!
आज की कविता पुरानी डायरी से है... -
Ep. 1 : जिंदगी डिफ्रॉस्ट
पुरानी डायरी से : किस्सों और कविताओं की अनगढ़ शुरुआत तो स्कूल के दिनों में ही हो चुकी थी. लेकिन जिसे कविता कहकर सुनाया जा सके ऐसा कुछ कॉलेज के "पी के कॉफी नशा चढ़े और पॉपकॉर्न मारे किक" वाले दिनों के बाद 2013 से 2017 के बीच अलग- अलग ऑफिसेज में बेमन और विशुद्ध बोरिंग नौकरियां करते हुए लिखा गया, जो पुरानी डायरी है. 2018 से अपने बहुत व्यस्त बेरोजगार रूटीन से कामचोरी करते हुए इसमें नए पन्ने बढ़ाती जा रही हूँ!
आज की कविता पुरानी डायरी से है... -