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एक दिन जब सवेरे सवेरे Ehsaas... (Hindi)
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- Arts
सवेरे सवेरे आंखें मलता सूरज ,अंधेरे की चादर हटाती भोर की पहली किरण ,चिड़ियों की चहचहाहट ,कोयल की कूक, कल कल बहता झरना और खिलती कलियां यादों के एहसास को और भी तरोताजा कर देते हैं एक ऐसा ही एहसास इस छोटी सी कविता में
सवेरे सवेरे आंखें मलता सूरज ,अंधेरे की चादर हटाती भोर की पहली किरण ,चिड़ियों की चहचहाहट ,कोयल की कूक, कल कल बहता झरना और खिलती कलियां यादों के एहसास को और भी तरोताजा कर देते हैं एक ऐसा ही एहसास इस छोटी सी कविता में
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