हैन्ड्लूम उद्योग का बचाव क्यों और कैसे किया जाए- SUTA के साथ Quora हिन्दी रेडियो
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आज हथकरघा दिवस यानिकी हैंडलूम डे मनाया जा रहा है। यह छठा साल होगा जब इस दिवस को मनाया जाएगा। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य हैंडलूम उद्योग के महत्व एवं आमतौर पर देश के सामाजिक आर्थिक विकास में इसके योगदान के बारे में जागरूकता फैलाना है। 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई में पहले राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस के अवसर पर ‘भारतीय हैंडलूम’ लोगो को जारी किया था और कहा था कि हथकरघा गरीबी से लड़ने में एक अस्त्र साबित हो सकता है, उसी तरह जैसे स्वतंत्रता के संघर्ष में स्वदेशी आंदोलन था। हथकरघा उत्पाद जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण आबादी को रोजगार मुहैया कराते हैं वहीं यह पर्यावरण के अनुकूल भी है।
इसी उद्देश्य से Quora हिन्दी ने एक पाड्कास्ट रिकोर्ड किया और कुछ सवाल हमारे मेहमान यानी SUTA की संस्थापक जोड़ी सुजाता और तानिया से पूछे। इन दो बहनों ने इस सुंदर साड़ी के उद्योग का निर्माण किया जिसमें वे हैन्ड्लूम उद्योग के साथ काम करती हैं। सुजाता IIFT से और तानिया IIM, लखनऊ से पढ़ी हुई हैं और दोनों ने मिलकर आन्ट्रप्रनर्शिप में अपनी एक मिसाल खड़ी की है।
इस पॉडकास्ट में SUTA की कहानी के साथ आपको निम्न सवालों के जवाब भी मिलेंगे;
हैंडलूम क्या है और हमें इसका चयन क्यों करना चाहिए?
एक हथकरघा की साड़ी और मशीन से बुनी हुई साड़ी में फ़र्क़ कैसे पता किया सकता है?
क्या हैंडलूम धीमें फैशन में गिना जा सकता है?
SUTA के पास 1500 बुनकर हैं जो सिर्फ SUTA के लिए काम करते हैं, क्या ये सब हथकरघा बुनकर है?
हैंडलूम को महँगा बोला जाता है, तो आप इसे कैसे सही भाव में लाते है?
हथकरघा और खादी में मौलिक अंतर क्या है?
छोटे स्तर पर हैंडलूम का छोटा उद्योग शुरू करने के लिए लगभग कितना धन लगाने की जरुरत पड़ती है?
SUTA की और जानकारी आप नीचे दिए गए लिंक पर देख सकते है;
Website: https://suta.in/
Instagram: https://www.instagram.com/suta_bomb
आज हथकरघा दिवस यानिकी हैंडलूम डे मनाया जा रहा है। यह छठा साल होगा जब इस दिवस को मनाया जाएगा। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य हैंडलूम उद्योग के महत्व एवं आमतौर पर देश के सामाजिक आर्थिक विकास में इसके योगदान के बारे में जागरूकता फैलाना है। 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई में पहले राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस के अवसर पर ‘भारतीय हैंडलूम’ लोगो को जारी किया था और कहा था कि हथकरघा गरीबी से लड़ने में एक अस्त्र साबित हो सकता है, उसी तरह जैसे स्वतंत्रता के संघर्ष में स्वदेशी आंदोलन था। हथकरघा उत्पाद जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण आबादी को रोजगार मुहैया कराते हैं वहीं यह पर्यावरण के अनुकूल भी है।
इसी उद्देश्य से Quora हिन्दी ने एक पाड्कास्ट रिकोर्ड किया और कुछ सवाल हमारे मेहमान यानी SUTA की संस्थापक जोड़ी सुजाता और तानिया से पूछे। इन दो बहनों ने इस सुंदर साड़ी के उद्योग का निर्माण किया जिसमें वे हैन्ड्लूम उद्योग के साथ काम करती हैं। सुजाता IIFT से और तानिया IIM, लखनऊ से पढ़ी हुई हैं और दोनों ने मिलकर आन्ट्रप्रनर्शिप में अपनी एक मिसाल खड़ी की है।
इस पॉडकास्ट में SUTA की कहानी के साथ आपको निम्न सवालों के जवाब भी मिलेंगे;
हैंडलूम क्या है और हमें इसका चयन क्यों करना चाहिए?
एक हथकरघा की साड़ी और मशीन से बुनी हुई साड़ी में फ़र्क़ कैसे पता किया सकता है?
क्या हैंडलूम धीमें फैशन में गिना जा सकता है?
SUTA के पास 1500 बुनकर हैं जो सिर्फ SUTA के लिए काम करते हैं, क्या ये सब हथकरघा बुनकर है?
हैंडलूम को महँगा बोला जाता है, तो आप इसे कैसे सही भाव में लाते है?
हथकरघा और खादी में मौलिक अंतर क्या है?
छोटे स्तर पर हैंडलूम का छोटा उद्योग शुरू करने के लिए लगभग कितना धन लगाने की जरुरत पड़ती है?
SUTA की और जानकारी आप नीचे दिए गए लिंक पर देख सकते है;
Website: https://suta.in/
Instagram: https://www.instagram.com/suta_bomb
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