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Is azadi kyun na..jane diya jaye..‪.‬ Radiovali Ladki- किस्सा,कहानी, कलाकार

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हम महिलाओं की जिंदगी ऐसी ही होती है, जिसे हम सभी पकड़ कर रखना चाहते हैं। कभी अपनी चोटी की उलझनों में, तो कभी अपने बैग के कई खानों के बीच की जगह में ठुस कर। हम उड़ना चो चाहते हैं लेकिन हाथ में घड़ी बांधकर वक्त पर वक्त देखते रहते हैं और कहते हैं कि वक्त ही नहीं है हमारे पास। एक तरऱ हाथों की उगलियां लैपटॅाप पर टिप टिप करती हैं, तो दूसरे ही पल कलाई कढ़ाई में स्वाद की लड़ाई लढ़ती रहती है। क्या आपको नहीं लगता कि कुछ देर ठहर कर सोचा जाए, जीवन की घुटन, दर्द,मान-अपनान के साथ सारे सुख और दुखों को पलके झपका कर जाने दिया जाए। जब भी कोई उलझन हो या मन उदास हो, या फिर दिमाग में टेंशन का पारा परवान पर हो, तो आंख बंद करके लंबी सांस लेकर खुद से ये बोला जाए...ये वक्त गुजर गया, अब इसकी सिलवटों से माथे को आजाद किया जाए...जाने दिया जाए...

हम महिलाओं की जिंदगी ऐसी ही होती है, जिसे हम सभी पकड़ कर रखना चाहते हैं। कभी अपनी चोटी की उलझनों में, तो कभी अपने बैग के कई खानों के बीच की जगह में ठुस कर। हम उड़ना चो चाहते हैं लेकिन हाथ में घड़ी बांधकर वक्त पर वक्त देखते रहते हैं और कहते हैं कि वक्त ही नहीं है हमारे पास। एक तरऱ हाथों की उगलियां लैपटॅाप पर टिप टिप करती हैं, तो दूसरे ही पल कलाई कढ़ाई में स्वाद की लड़ाई लढ़ती रहती है। क्या आपको नहीं लगता कि कुछ देर ठहर कर सोचा जाए, जीवन की घुटन, दर्द,मान-अपनान के साथ सारे सुख और दुखों को पलके झपका कर जाने दिया जाए। जब भी कोई उलझन हो या मन उदास हो, या फिर दिमाग में टेंशन का पारा परवान पर हो, तो आंख बंद करके लंबी सांस लेकर खुद से ये बोला जाए...ये वक्त गुजर गया, अब इसकी सिलवटों से माथे को आजाद किया जाए...जाने दिया जाए...

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