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क्षमा माँगना और क्षमा करना सीखें । Zeal Zindagi with Sap । Podcast । Man ki Udaan by Sapna Jain Man Ki Udaan by Sapna Jain

    • Boeken

Zeal Zindagi with Sap is the Podcast by Sapna Jain where she motivates you to live life zeal-fully.

क्षमा माँगना और क्षमा करना सीखें
ये दूसरों के लिए नहीं अपने ख़ुद के लिए बहुत ज़रूरी है
दोस्तों मैं हूँ सपना जैन, zeal zindagi with sap के अपने इस पॉडकास्ट के ज़रिए मैं आप सभी से जुड़ती हूँ और ज़िंदगी को ख़ूबसूरती से जीने के लिए प्रेरित करती हूँ ।
आज का मेरा ये पॉडकास्ट क्षमा करने व क्षमा माँगने पर है ।
क्षमा शब्द जितना छोटा देखने में लगता है उतना ही ज़्यादा बड़ा बोलने में है । क्षमा माँगना बहुत हिम्मत का काम होता है और क्षमा कर देना विनम्रता का ।
अक्सर हमारे गहरे से गहरे रिश्ते कुछ मन-मुटाव और इंसानी अहंकार के कारण ख़राब हो जाते हैं । लेकिन क्षमा यानी कि sorry एक ऐसा तोड़ है जिसे अगर अपनाया जाये तो कितने रिश्ते समय रहते बच सकते हैं या शायद टूटने के बाद भी जुड़ सकते हैं । लेकिन हर इंसान अपनी ईगो को आगे रखता है और सोचता है कि क्षमा माँगने की पहल मैं क्यों करूँ । जबकि उसे ये नहीं पता होता कि चाहे क्षमा माँगना है या क्षमा करना है, इसमें सामने वाले से ज़्यादा फ़ायदा ख़ुद का है । आपको लग रहा होगा, ये कैसे ? ट्राई करके देखिए ।
कोई ऐसा क़िस्सा याद करिए जिससे अपको तकलीफ़ हुई हो या फिर कोई भी ऐसा इंसान जिसने आपको कभी जानबूझकर या अनजाने में हर्ट किया हो । अगर आपको वो क़िस्सा या वो इंसान एक झटके में बिना सोचे या समय लगाए याद आ गया है तो आप समझ लीजिए कि आपने उसका भार अब तक अपने सर पर चढ़ा रखा है क्योंकि अगर आपने उस बात को या इंसान को क्षमा कर दिया होता तो आपको ऐसा कुछ याद ही नहीं आता और अगर आता भी तो ज़िंदगी का एक हिस्सा बनकर जिसने आपको ज़िंदगी का एक सबक़ दिया ।
तो अगर आपको अभी भी लगता है कि ऐसा इंसान जिसने आपको हर्ट किया और आप उसे या उससे जुड़ी घटना को को भूल नहीं सकते तो एक बार उस इंसान को दिल से माफ़ करके देखिए । भले ही वो आपके

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क्षमा माँगना और क्षमा करना सीखें
ये दूसरों के लिए नहीं अपने ख़ुद के लिए बहुत ज़रूरी है
दोस्तों मैं हूँ सपना जैन, zeal zindagi with sap के अपने इस पॉडकास्ट के ज़रिए मैं आप सभी से जुड़ती हूँ और ज़िंदगी को ख़ूबसूरती से जीने के लिए प्रेरित करती हूँ ।
आज का मेरा ये पॉडकास्ट क्षमा करने व क्षमा माँगने पर है ।
क्षमा शब्द जितना छोटा देखने में लगता है उतना ही ज़्यादा बड़ा बोलने में है । क्षमा माँगना बहुत हिम्मत का काम होता है और क्षमा कर देना विनम्रता का ।
अक्सर हमारे गहरे से गहरे रिश्ते कुछ मन-मुटाव और इंसानी अहंकार के कारण ख़राब हो जाते हैं । लेकिन क्षमा यानी कि sorry एक ऐसा तोड़ है जिसे अगर अपनाया जाये तो कितने रिश्ते समय रहते बच सकते हैं या शायद टूटने के बाद भी जुड़ सकते हैं । लेकिन हर इंसान अपनी ईगो को आगे रखता है और सोचता है कि क्षमा माँगने की पहल मैं क्यों करूँ । जबकि उसे ये नहीं पता होता कि चाहे क्षमा माँगना है या क्षमा करना है, इसमें सामने वाले से ज़्यादा फ़ायदा ख़ुद का है । आपको लग रहा होगा, ये कैसे ? ट्राई करके देखिए ।
कोई ऐसा क़िस्सा याद करिए जिससे अपको तकलीफ़ हुई हो या फिर कोई भी ऐसा इंसान जिसने आपको कभी जानबूझकर या अनजाने में हर्ट किया हो । अगर आपको वो क़िस्सा या वो इंसान एक झटके में बिना सोचे या समय लगाए याद आ गया है तो आप समझ लीजिए कि आपने उसका भार अब तक अपने सर पर चढ़ा रखा है क्योंकि अगर आपने उस बात को या इंसान को क्षमा कर दिया होता तो आपको ऐसा कुछ याद ही नहीं आता और अगर आता भी तो ज़िंदगी का एक हिस्सा बनकर जिसने आपको ज़िंदगी का एक सबक़ दिया ।
तो अगर आपको अभी भी लगता है कि ऐसा इंसान जिसने आपको हर्ट किया और आप उसे या उससे जुड़ी घटना को को भूल नहीं सकते तो एक बार उस इंसान को दिल से माफ़ करके देखिए । भले ही वो आपके

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