Kavitayen by Ashish Rajput Ashish Rajput
-
- Arts
अपने द्वारा लिखित कविताओं का संकलन। इसके साथ ही हिंदी की वो कविताएँ, जो आम जनमानस के दिल को छुएं। सिर्फ प्रेम नही बल्कि इतिहास, संस्कृति पर आधारित एवं प्रेरणा देने वाली कविताएं भी।
-
आस्तिक बनाम नास्तिक
दर्शनशास्त्र (Philosophy) और गणित (Mathematics) के माध्यम से आस्तिक (God Believer) और नास्तिक (Non Believer) के बीच होने वाले द्वंद को परिणाम (Conclusion) तक पहुंचाने वाले मेरे दृष्टिकोण (Approach) को कविता का रूप दिया है।
बीच में एक श्लोक है। कृपया हेडफोन इस्तेमाल करते समय वॉल्यूम कम रखें। -
समय
समय की दार्शनिक व्याख्या। समय ऐसा विषय है जिसपर प्राचीन ग्रंथों में काफी कुछ मिलता है जो रोचक है। वर्तमान में भी वैज्ञानिक इस विषय पर अनुसंधान कर रहे हैं। समय को समझना गूढ़ विषय है और इसीको दार्शनिक दृष्टि से देखने का प्रयास मैनें अपनी कविता में किया है।
-
संधिकाल
दो युगों के मिलने का समय सन्धिकाल होता है। इस समय मानवता संघर्ष करती है। सम्पूर्ण परिवर्तन के लिए सम्पूर्ण विध्वंश होता है। त्रेतायुग में रावण वध और राक्षसों का पूर्ण विनास त्रेतायुग और द्वापर युग के मिलने पर आया सन्धिकाल था। महाभारत युद्ध का महा विध्वंश द्वापर और कलियुग के सन्धिकाल था। कहा जाता है कि कलियुग में एक स्वर्णयुग आएगा जब भारत पुनः विजय प्राप्त करेगा। वर्तमान समय उसी स्वर्णयुग के आने से पहले आने वाले सन्धिकाल का है। यह संघर्ष का समय है। उसी पर आधारित मेरी कविता कि किस प्रकार की स्थिति अब है और भविष्य में कैसे परिस्थितियां होंगी।
-
कवितायेँ.. बहुत जल्द आपके समक्ष
मैं आशीष राजपूत, लेकर आ रहा हूँ हिंदी कविताओं पर आधारित विशेष पॉडकास्ट चैनल.. कविताएँ। अपनी स्व-लिखित कविताओं को आप सभी के समक्ष प्रस्तुत करने की मेरी इस पहल में साथ दीजिए।