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Mahesh Kumar Hindi Poet
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- Education
I'm a published author and I like to inspire people with my work.
I love reading and writing...
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जिंदगी (Zindgi) एक कविता
'जिंदगी' मेरी स्वरचित प्रेरणास्पद कविता है।। जिंदगी,सुबह का शाम में ढलते जाना
आना-जाना योंही फ़सानें बन जाना
किसी का मिलना तो किसी का बिछड़ जाना
कभी कहानी तो कभी गज़ल बन जाना
कभी आँसू तो कभी आशाओं से भर जाना
कभी सपनों सी सुंदर तो कभी बेरहम हो जाना
चंद लम्हों का साँसों में ढल जाना
किसी का होके उसे अपना बनाना
यादों के पन्नों का पुलंदा बन जाना
यह वक्त की जादूगरी है जितना मैंने जाना
एक दिन इसको खत्म है हो जाना
जिंदगी, सुबह का शाम में ढ़लते जाना।
- महेश कुमार -
अभी भी वक्त है ठहर जाओ (कविता)
Best motivational poem for tough time (Covid-19) #HindiPoem *कोई क़िस्त है जो अदा नहीं है*
*साँस बाक़ी है और हवा नहीं है*
*नसीहतें, सलाहें, हिदायतें तमाम*
*प्रिस्क्रिप्शन है पर दवा नहीं है*
*आँख भी ढक लीजिये संग मुँह के*
*मंज़र सचमुच अच्छा नहीं है*
*रक्त बिका, पानी बिका, आज बिक रही है हवा*
*कुदरत का ये तमाचा बेवजह नहीं है*
*हरेक शामिल है इस गुनाह में*
*क़ुसूर किसी एक का नहीं है*
*वक्त है अब भी ठहर जाओ*
*वक्त है अब भी ठहर जाओ*
*अभी सब कुछ लुटा नहीं है* -
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जिद है खुद से जीत जाने की...
This is a motivational poem, written and recited by me. #Mahesh kumar
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कब तक किनारे पर इंतजार करेगा!
A motivational Hindi Poem By Mahesh Kumar