Story Desk।। RashmiMalaviya Stories by heart from all over the world

Story Desk।। RashmiMalaviya Stories by heart from all over the woRashmi Malaviya

Stories are being spoken, heard and written in India since ancient times. It is these stories that fill us with courage and we get ready to do even the impossible and despite extreme difficulties, most of the tasks are also completed. Shivaji Maharaj was made so great by his mother telling him the story that Chhatrapati Shivaji became Maharaj. Through stories, we share passions, fears, sadness, hardships, and joys, and we find common ground with other people so that we can connect and communicate with them.

  1. चिरस्वयंवरा- शिवानी की कहानी

    28/07/2021

    चिरस्वयंवरा- शिवानी की कहानी

    चिरस्वयंवरा- शिवानी की कहानी | #chirswayamvarashivanikikahani  शिवानी हिंदी की ऐसी कथाकार हैं, जिनके शब्दों में स्त्री का दिल उन पहाड़ी झरनों की मानिंद गुनगुनाता है, जिनकी ओट में वह पैदा हुईं | शिवानी का असली नाम गौरा पंत शिवानी था | उन्होंने देश की एक समूची पीढ़ी की औरतों को पढ़ना सिखाया | भारतवर्ष की उन महिलाओं को , जिनके लिए उनका घूंघट ही उनकी दुनिया थी ,जिनमें शायद हमारी नानी, दादी, मां, बड़ी मां, चाची, ताई, बुआ और मामी शामिल भी शामिल थीं शिवानी की पहली कहानी महज 12 वर्ष की उम्र में प्रकाशित हुई थी |इसके बाद तो उन्होंने कृष्णकली, कालिंदी, अतिथि, पूतोंवाली, चल खुसरो घर आपने, श्मशान चंपा, मायापुरी, कैंजा, गेंदा, भैरवी, स्वयंसिद्धा, विषकन्या, रति विलाप और आकाश जैसी कृतियों से समूचे हिंदी जगत को चौंका दिया था | आइये सुनते हैं शिवानी जी की कहानी चिरस्वयंवरा.......

    29 min
  2. लाल हवेली - शिवानी की कहानी | LaalHaweli- shivani ki kahani

    28/07/2021

    लाल हवेली - शिवानी की कहानी | LaalHaweli- shivani ki kahani

    listen -Shivani ki likhi kahani Laal Haweli , story written by Gaura Pant Shivani लाल हवेली - शिवानी की कहानी | LaalHaweli- shivani ki kahani KAHANIYAN JO DIL KO CHUU GAI SEASON शिवानी हिंदी की ऐसी कथाकार हैं, जिनके शब्दों में स्त्री का दिल उन पहाड़ी झरनों की मानिंद गुनगुनाता है, जिनकी ओट में वह पैदा हुईं |शिवानी का असली नाम गौरा पंत शिवानी था | उन्होंने देश की एक समूची पीढ़ी की औरतों को पढ़ना सिखाया | भारतवर्ष की उन महिलाओं को , जिनके लिए उनका घूंघट ही उनकी दुनिया थी ,जिनमें शायद हमारी नानी, दादी, मां, बड़ी मां, चाची, ताई, बुआ और मामी शामिल भी शामिल थीं  शिवानी की पहली कहानी महज 12 वर्ष की उम्र में प्रकाशित हुई थी |इसके बाद तो उन्होंने कृष्णकली, कालिंदी, अतिथि, पूतोंवाली, चल खुसरो घर आपने, श्मशान चंपा, मायापुरी, कैंजा, गेंदा, भैरवी, स्वयंसिद्धा, विषकन्या, रति विलाप और आकाश जैसी कृतियों से समूचे हिंदी जगत को चौंका दिया था | आइये सुनते हैं शिवानी जी की कहानी लाल हवेली... 1 EPISODE - 15, PODCAST NARRATED BY RASHMI MALAVIYA

    20 min
  3. मंझले दद्दा - शिवानी की कहानी |#ManjhaleDaddaShivanikiKahani

    28/07/2021

    मंझले दद्दा - शिवानी की कहानी |#ManjhaleDaddaShivanikiKahani

    listen -Shivani ki likhi kahani मंझले दद्दा - शिवानी की कहानी |#ManjhaleDaddaShivanikiKahani story written by Gaura Pant Shivani मंझले दद्दा - शिवानी की कहानी |#ManjhaleDaddaShivanikiKahani KAHANIYAN JO DIL KO CHUU GAI SEASON शिवानी हिंदी की ऐसी कथाकार हैं, जिनके शब्दों में स्त्री का दिल उन पहाड़ी झरनों की मानिंद गुनगुनाता है, जिनकी ओट में वह पैदा हुईं |शिवानी का असली नाम गौरा पंत शिवानी था | उन्होंने देश की एक समूची पीढ़ी की औरतों को पढ़ना सिखाया | भारतवर्ष की उन महिलाओं को , जिनके लिए उनका घूंघट ही उनकी दुनिया थी ,जिनमें शायद हमारी नानी, दादी, मां, बड़ी मां, चाची, ताई, बुआ और मामी शामिल भी शामिल थीं  शिवानी की पहली कहानी महज 12 वर्ष की उम्र में प्रकाशित हुई थी |इसके बाद तो उन्होंने कृष्णकली, कालिंदी, अतिथि, पूतोंवाली, चल खुसरो घर आपने, श्मशान चंपा, मायापुरी, कैंजा, गेंदा, भैरवी, स्वयंसिद्धा, विषकन्या, रति विलाप और आकाश जैसी कृतियों से समूचे हिंदी जगत को चौंका दिया था | आइये सुनते हैं शिवानी जी की कहानी मंझले दद्दा  1 EPISODE - 15, PODCAST NARRATED BY RASHMI MALAVIYA

    22 min
  4. नमक का दरोगा - मुंशी प्रेमचंद Episode - 12

    01/06/2021

    नमक का दरोगा - मुंशी प्रेमचंद Episode - 12

    महान उपन्या्सकार और कहानीकार मुंशी प्रेमचन्द के असाधारण अंतर्मुखी व्यक्तित्व और अमर साहित्यिक कृतियों के बारे में उनके निधन के 81 वर्ष बाद भी ‘कफ़न’, ‘गबन’. ‘गोदान’, ‘निर्मला’, ‘ईदगाह; और ‘नमक का दरोगा’ जैसी उनकी कालजयी रचनाएं खुद बोलती हैं। नमक का दरोगा प्रेमचंद द्वारा रचित लघु कथा है। इसमें एक ईमानदार नमक निरीक्षक की कहानी को बताया गया है जिसने कालाबाजारी के विरुद्ध आवाज उठाई। यह कहानी धन के ऊपर धर्म के जीत की है। कहानी में मानव मूल्यों का आदर्श रूप दिखाया गया है और उसे सम्मानित भी किया गया है। प्रेमचंद आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने वे अपने समय में थे। उनकी कहानियों और उपन्यासों में दर्शाई गई समस्याएं हमारे समाज में आज भी मौजूद हैं। काल्पनिक चरित्रों के चित्रण के माध्यम से हमारे समाज की जिन समस्याओं की उन्होंने अपने समय में चर्चा की, वो आज भी हमारे समाज में मौजूद हैं और हम उनसे निजात पाने के लिए अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। ‘होरी’, ‘धनिया’, ‘वंशीधर’ और ‘पंडित अलोपीदीन’ जैसे पात्र आज भी हमारे गाँवों और शहरों में मौजूद हैं।

    23 min
  5. बिंदा - महादेवी वर्मा की कहानी Episode- 11

    23/05/2021

    बिंदा - महादेवी वर्मा की कहानी Episode- 11

    महादेवी वर्मा हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिभावान कवयित्रियों में से थीं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक मानी जाती हैं। आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है| छायावादी काव्य के पल्लवन एवं विकास में इनका अविस्मरणीय योगदान रहा। कवि ‘निराला जी’ ने उन्हें ‘हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती’ की उपमा से भी सम्मानित किया था । श्रीमती महादेवी वर्मा जी हिन्दी साहित्य में वेदना की कवयित्री के नाम से जानी जाती  एवं आधुनिक हिन्दी साहित्य में रहस्यवाद की प्रवर्तक भी मानी जाती थीं ।

    15 min
  6. सौत - शिवानी की कहानी Episode -10

    21/05/2021

    सौत - शिवानी की कहानी Episode -10

    लेखिका शिवानी का वास्तविक नाम गौरा पन्त था इनका जन्म 17 अक्टूबर 1923 को राजकोट, गुजरात मे हुआ था। और पढ़ाई शान्तिनिकेतन में हुई। शिवानी जी का निधन सन 2003 मे हुआ था। उनकी लिखी कृतियाँ कृष्णकली, भैरवी, दो सखियां, शमशान चंपा, शान्तिनिकेतन, विषकन्या, चौदह फेरे आदि प्रमुख हैं। हिंदी साहित्य जगत में शिवानी एक ऐसी शख्सियत रहीं, जिनकी हिंदी,संस्कृत ,गुजराती ,बंगाली ,उर्दू ,तथा अंग्रेजी पर अच्छी पकड रही। शिवानी अपनी कृतियों में उत्तर भारत के कुमाऊँ क्षेत्र के आसपास की लोक-संस्कृति की झलक दिखलाने और किरदारों के बेमिसाल चरित्र चित्रण करने के लिए जानी गई। उनकी अधिकतर कहानियां और उपन्यास नारी  प्रधान  रहे। उनकी लिखी कृृृृतियों में कृष्णकली , भैरवी, आमादेेर शान्तिनिकेतन,विषकन्या , चौदह फेेरे आदि प्रमुख है। उन्होंने अपनी कृतियों में नायिका के सौंदर्य और उसके चरित्र का वर्णन बडे दिलचस्प अंदाज में किया है।

    18 min
  7. पद्मा और लिली -- लेखक - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला Episode -9

    10/05/2021

    पद्मा और लिली -- लेखक - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला Episode -9

    पद्मा और लिली -- लेखक - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला   Padma aur Lily - Short story in Hindi -- Suryakant Tripathi Nirala   विद्रोही कवि निराला अपनी कहानियों में भी विद्रोही नजर आते हैं। निराला की कहानियों में समाज में व्याप्त लोक-रूढियां, अन्धविश्वास इत्यादि दिखाई देता है |  सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला की अधिकतर कहानियां प्रायः नायिका प्रधान हैं| ‘पद्मा और लिली’ , की नायिका जाति-बंधन तोड़कर विवाह नहीं कर सकती | लिली एक लघु प्रेम कथा है उस समय पर आधारित जब अंतर्जातिय विवाह नहीं हुआ करते थे। खूब पढ़ लेने के बावजूद भी पद्मा के पिता की सोच जातिवाद तक ही सीमित रहती है । उनकी जातिवादी सोच और पद्मा की आधुनिक सोच उन दोनों से क्या करवाती है – जानने के लिए सुनिए  – पद्मा और  लिली Narration -- rashmi malaviya  वाचन -- रश्मि मालवीय

    20 min

À propos

Stories are being spoken, heard and written in India since ancient times. It is these stories that fill us with courage and we get ready to do even the impossible and despite extreme difficulties, most of the tasks are also completed. Shivaji Maharaj was made so great by his mother telling him the story that Chhatrapati Shivaji became Maharaj. Through stories, we share passions, fears, sadness, hardships, and joys, and we find common ground with other people so that we can connect and communicate with them.