Ep-3 मेरा बचपन दूरदर्शन और कार्टून देख देख कर बीता, और आपका? चलो आज सैर करते है फिर से बचपन के गलियारे
बचपन हर माईने में ख़ास था, न रोक टोक न जल्दबाज़ी और न ही ज़िम्मेदारियों का बोझ. आज स्थिति और लोग दोनों ही अलग है. आज की जनरेशन फ़ोन के अलावा शायद ही कुछ जानती हो.. आज कल के बच्चे बचपन से ही मातुरे है और मुझे तो याद है की में २१ साल की उम्र तक भी immature हुआ करती थी, या शायद आज भी. चलिए छोटा सी झलक दिखती हु मेरे बचपन से, आप बताना न भूलिएगा अपने बचपन की कहानी।
Información
- Programa
- Publicado21 de julio de 2020, 15:30 UTC
- Duración10 min
- Temporada1
- Episodio3
- ClasificaciónApto