Words of Life, Good News, Gospel Songs - IN INDIA, THE NUMBER OF SPEAKERS OF DIFFERENT MOTHER TONGUE.(No.26-No.55)/जी

Tze-John Liu
Words of Life, Good News, Gospel Songs -  IN INDIA, THE NUMBER OF SPEAKERS OF DIFFERENT MOTHER TONGUE.(No.26-No.55)/जी

===="जीवन के शब्द," "खुशखबरी, "सुसमाचार गाना"- भारत में अलग मातृ भाषा बोलने वालों की संख्या की सूची (२६-५५)====(बुंदेलखंडी, नेपाली, बनहेलखंडी, पहाड़ी, लम्बाडी, अवधी, वागड़ी, वागरी, गोंडी, हरौती, कोंकणी, डोगरी, गढ़वाली, निमाड़ी, सदरी, कुमाउनी, अहिरानी, ​​कुरुख, तुलु, सिंधी, मणिपुरी, छत्तीसगढ़ी, बगरी, बोडो, बंजारी , नागपुरिया, सूर्यपुरी, कांगड़ी, मुंडारी, हो) ==== "Words of Life", "Good News", "Gospel Songs" - IN INDIA, THE NUMBER OF SPEAKERS OF DIFFERENT MOTHER TONGUE.(No.26-No.55) ====(Bundelkhandi, Nepali, Banhelkhandi, Pahari, Lambadi, Awadhi, Vagdi, Wagari, Gondi, Harauti, Konkani, Dogri, Garhwali, Nimadi, Sadri, Kumauni, Ahirani, Kurukh, Tulu, Sindhi, Manipuri, Chhattisgarhi, Bagari, Bodo, Banjari, Nagpuria, Suryapuri, Kangri, Mundari, Ho) 

  1. 12/11/2020 · VIDEO

    [26]. Bundelkhandi masihi Song.mp4

    [26]. बुंदेलखंडी मासिहि गीत.mp4 //// यूहन्ना 1 --- 1. आदि में* वचन था, और वचन परमेश्‍वर के साथ था, और वचन परमेश्‍वर था। 2. यही आदि में परमेश्‍वर के साथ था। 3. सब कुछ उसी के द्वारा उत्‍पन्‍न हुआ और जो कुछ उत्‍पन्‍न हुआ है, उसमें से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्‍पन्‍न न हुई। 4. उसमें जीवन था*; और वह जीवन मनुष्यों की ज्योति था। 5. और ज्योति अंधकार में चमकती है; और अंधकार ने उसे ग्रहण न किया। 6. एक मनुष्य परमेश्‍वर की ओर से भेजा हुआ, जिसका नाम यूहन्ना था। 7. यह गवाही देने आया, कि ज्योति की गवाही दे, ताकि सब उसके द्वारा विश्वास लाएँ। 8. वह आप तो वह ज्योति न था, परन्तु उस ज्योति की गवाही देने के लिये आया था। 9. सच्ची ज्योति जो हर एक मनुष्य को प्रकाशित करती है, जगत में आनेवाली थी। 10. वह जगत में था, और जगत उसके द्वारा उत्‍पन्‍न हुआ, और जगत ने उसे नहीं पहचाना। 11. वह अपने घर में आया और उसके अपनों ने उसे ग्रहण नहीं किया। 12. परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्‍वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात् उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं. 13. वे न तो लहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्‍वर से उत्‍पन्‍न हुए हैं। गलतियाँ जिन्हें प्रभु की वापसी का स्वागत करने के लिए सुधारा जाना है गलतियाँ जिन्हें प्रभु की वापसी का स्वागत करने के लिए सुधारा जाना है. 14.और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण होकर हमारे बीच में डेरा किया, और हमने उसकी ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा। (1 यूह. 4:9)

    4 min
  2. 11/11/2020 · VIDEO

    Bundelkhandi - "Words of Life & Hymns".3gp

    "जीवन के शब्द और गॉस्पेल गाने" - बुन्देली भाषा.3gp. ///. यूहन्ना 1 --- 1. आदि में* वचन था, और वचन परमेश्‍वर के साथ था, और वचन परमेश्‍वर था। 2. यही आदि में परमेश्‍वर के साथ था। 3. सब कुछ उसी के द्वारा उत्‍पन्‍न हुआ और जो कुछ उत्‍पन्‍न हुआ है, उसमें से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्‍पन्‍न न हुई। 4. उसमें जीवन था*; और वह जीवन मनुष्यों की ज्योति था। 5. और ज्योति अंधकार में चमकती है; और अंधकार ने उसे ग्रहण न किया। 6. एक मनुष्य परमेश्‍वर की ओर से भेजा हुआ, जिसका नाम यूहन्ना था। 7. यह गवाही देने आया, कि ज्योति की गवाही दे, ताकि सब उसके द्वारा विश्वास लाएँ। 8. वह आप तो वह ज्योति न था, परन्तु उस ज्योति की गवाही देने के लिये आया था। 9. सच्ची ज्योति जो हर एक मनुष्य को प्रकाशित करती है, जगत में आनेवाली थी। 10. वह जगत में था, और जगत उसके द्वारा उत्‍पन्‍न हुआ, और जगत ने उसे नहीं पहचाना। 11. वह अपने घर में आया और उसके अपनों ने उसे ग्रहण नहीं किया। 12. परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्‍वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात् उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं. 13. वे न तो लहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्‍वर से उत्‍पन्‍न हुए हैं। गलतियाँ जिन्हें प्रभु की वापसी का स्वागत करने के लिए सुधारा जाना है गलतियाँ जिन्हें प्रभु की वापसी का स्वागत करने के लिए सुधारा जाना है. 14.और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण होकर हमारे बीच में डेरा किया, और हमने उसकी ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा। (1 यूह. 4:9)

    1h 8m
  3. 03/02/2017

    Bundelkhandi - "Life".mp3

    "जीवन" - बुन्देली भाषा.mp3 /// हार्ट टचिंग हिंदी क्रिश्चियन पूजा गीत 2018 / वीडियो: जुनून का ईसा मसीह ///. 1 Corinthians 15:1 Moreover, brethren, I declare unto you the gospel which I preached unto you, which also ye have received, and wherein ye stand; 15:2 By which also ye are saved, if ye keep in memory what I preached unto you, unless ye have believed in vain. 15:3 For I delivered unto you first of all that which I also received, how that Christ died for our sins according to the scriptures; 15:4. And that he was buried, and that he rose again the third day according to the scriptures: 15:5 And that he was seen of Cephas, then of the twelve: 15:6 After that, he was seen of above five hundred brethren at once; of whom the greater part remain unto this present, but some are fallen asleep. 15:7 After that, he was seen of James; then of all the apostles. 15:8. And last of all he was seen of me also, as of one born out of due time. 15:9. For I am the least of the apostles, that am not meet to be called an apostle, because I persecuted the church of God. 15:10. But by the grace of God I am what I am: and his grace which was bestowed upon me was not in vain; but I laboured more abundantly than they all: yet not I, but the grace of God which was with me. 15:11. Therefore whether it were I or they, so we preach, and so ye believed. "जीवन के शब्द" - बुंदेली(निभट्टा) भाषा.3gp

    3 min

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===="जीवन के शब्द," "खुशखबरी, "सुसमाचार गाना"- भारत में अलग मातृ भाषा बोलने वालों की संख्या की सूची (२६-५५)====(बुंदेलखंडी, नेपाली, बनहेलखंडी, पहाड़ी, लम्बाडी, अवधी, वागड़ी, वागरी, गोंडी, हरौती, कोंकणी, डोगरी, गढ़वाली, निमाड़ी, सदरी, कुमाउनी, अहिरानी, ​​कुरुख, तुलु, सिंधी, मणिपुरी, छत्तीसगढ़ी, बगरी, बोडो, बंजारी , नागपुरिया, सूर्यपुरी, कांगड़ी, मुंडारी, हो) ==== "Words of Life", "Good News", "Gospel Songs" - IN INDIA, THE NUMBER OF SPEAKERS OF DIFFERENT MOTHER TONGUE.(No.26-No.55) ====(Bundelkhandi, Nepali, Banhelkhandi, Pahari, Lambadi, Awadhi, Vagdi, Wagari, Gondi, Harauti, Konkani, Dogri, Garhwali, Nimadi, Sadri, Kumauni, Ahirani, Kurukh, Tulu, Sindhi, Manipuri, Chhattisgarhi, Bagari, Bodo, Banjari, Nagpuria, Suryapuri, Kangri, Mundari, Ho) 

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