Padhaku Nitin

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Padhaku Nitin is a casual and long conversation-based podcast where Aaj Tak Radio host Nitin talks to experts and discuss a wide range of topics like history, war, politics, policy, ideologies, cinema, travelling, sports, nature and everything that is interesting. A single episode of the show can be as enriching as reading four books. As we say in the podcast,Chaar kitaabe padhne jitna gyaan milega Padhaku Nitin mein. कब कोई हक़ीक़त से मिथक बन जाता है? क्यों कोई कहानी सदियाँ पार करके हमारे सिरहाने आ बैठती है? कुछ नाम तो इंसानों की कलेक्टिव मेमोरी का हमेशा के लिए हिस्सा बन जाते हैं लेकिन पूरी की पूरी सभ्यता चुपचाप कैसे मिट जाती है? भाषा के ग्रामर से मिले कब, क्यों, कैसे, कहां, किसने ऐसे शब्द हैं जो सेंटेंस में जुड़ जाएँ तो सवाल पैदा करते हैं और सवालों के बारे में आइंस्टीन ने कहा था- The important thing is not to stop questioning. पढ़ाकू नितिन ऐसा ही पॉडकास्ट है जिसमें किसी टॉपिक का रेशा रेशा खुलने तक हम सवाल पूछने से थकते नहीं.

  1. Hindi-Urdu की लड़ाई, Bhojpuri में वियतनामी मिक्स और नई भाषाओं का जन्म: पढ़ाकू नितिन, Ep 188

    HÁ 3 DIAS

    Hindi-Urdu की लड़ाई, Bhojpuri में वियतनामी मिक्स और नई भाषाओं का जन्म: पढ़ाकू नितिन, Ep 188

    भाषा सिर्फ़ शब्दों का सेट नहीं, बल्कि एक जीती-जागती दुनिया होती है, जो समय के साथ विकसित होती रहती है. मशहूर लेखक सआदत हसन मंटो ने कहा था कि ज़बान बनाई नहीं जाती, वो ख़ुद बनती है. इन्हीं पहलुओं पर बात करने के लिए आज हमारे साथ हैं लिंग्विस्ट, लेखक और शोधकर्ता पेगी मोहन, अपनी किताबों Wanderers, Kings, Merchants और Father Tongue, Motherland में उन्होंने दिखाया है कि भारतीय भाषाएँ सिर्फ़ संस्कृत या फ़ारसी का विस्तार नहीं, बल्कि एक गहरे और मिश्रित भाषा तंत्र का हिस्सा हैं. उनसे जानते हैं—भाषाओं का असली DNA क्या है? माइग्रेशन और जेंडर का भाषा निर्माण पर क्या असर होता है? क्या हिंदी, बंगाली, तमिल जैसी भाषाएँ किसी प्राचीन ज़बान का नया रूप हैं? और भाषा कब ‘मदर टंग’ बनती है, कब इसमें गालियां जुड़ जाती हैं, सुनिए 'पढ़ाकू नितिन' में नितिन ठाकुर के साथ.

    1h27min
  2. Baba पर्चा कैसे बनाते हैं, Mind reading की दुनिया और आप सम्मोहन से क्या करा सकते हैं?: पढ़ाकू नितिन, Ep 186

    6 DE FEV.

    Baba पर्चा कैसे बनाते हैं, Mind reading की दुनिया और आप सम्मोहन से क्या करा सकते हैं?: पढ़ाकू नितिन, Ep 186

    Video Episode- https://youtu.be/AjcfY2ZD8Us जादू को हमने कई रूपों में महसूस किया है—लता मंगेशकर की आवाज़, सचिन तेंदुलकर के कवर ड्राइव, या निर्मल वर्मा की लेखनी में. आज हमारे साथ एक ऐसे ही ‘जादूगर’ हैं, जो एक हिप्नोथैरेपिस्ट भी हैं. ये लोगों सिर्फ़ लोगों को हैरान करते हैं, बल्कि उनकी भावनात्मक चोटें भी भरते हैं और पर्चा बनाने वाले ‘दिव्य आत्माओं’ की सच्चाई उजागर करते हैं. इस एपिसोड में हमने रविंद्र से जाना कि सम्मोहन को लेकर कौन-कौन सी ग़लतफ़हमियाँ हैं, किसे सम्मोहित किया जा सकता है और किसे नहीं, साथ ही ये थैरेपी की तरह कैसे काम करता है. खास बात ये है कि पहली बार पढ़ाकू नितिन में लाइव ऑडियंस भी इसका अनुभव ले रही है! Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.

    1h38min
  3. मुगलों की भारत में लूट, वामपंथियों की साजिश और NCERT में जोड़-घटाव: पढ़ाकू नितिन, Ep 185

    30 DE JAN.

    मुगलों की भारत में लूट, वामपंथियों की साजिश और NCERT में जोड़-घटाव: पढ़ाकू नितिन, Ep 185

    पिछले एपिसोड में डॉ. मिनाक्षी जैन ने बताया कि सती प्रथा, बाबरी मस्जिद के नीचे मिले प्रमाण और हिंदवी भाषा को कैसे बदला गया. इस एपिसोड में वे गुजरात के व्यापारी की कहानी बताती हैं, जिसने मंदिर पर हमले के विरोध में शाहजहाँ से टक्कर ली और उन इतिहासकारों का ज़िक्र करती हैं जिन्होंने भारतीय इतिहास को गलत दिशा दी. साथ ही, हमने पूछा कि क्या औरंगज़ेब ने मंदिर निर्माण के लिए धन दिया था, धार्मिक विवादों का समाधान क्या है, और NCERT की किताबों में उन्होंने क्या बदला गया अगर पिछला हिस्सा नहीं सुना, तो ज़रूर सुनें. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.

    1h
  4. Sati के पीछे साज़िश, Ayodhya Mathura Kashi की खुदाई और Urdu कैसे आई?: पढ़ाकू नितिन, Ep 184

    23 DE JAN.

    Sati के पीछे साज़िश, Ayodhya Mathura Kashi की खुदाई और Urdu कैसे आई?: पढ़ाकू नितिन, Ep 184

    जब पढ़ाकू नितिन पॉडकास्ट की शुरुआत हुई, हमारा उद्देश्य था इतिहास जैसे जटिल विषयों को सरल और निष्पक्ष रूप से आप तक पहुंचाना. इतिहास की खूबी यह है कि वह समय के साथ बदलता रहता है—नई जानकारियां और बदलते नज़रिए पुरानी धारणाओं को चुनौती देते हैं. आज के एपिसोड में हमारे साथ हैं जानी-मानी इतिहासकार डॉ. मीनाक्षी जैन. राम, अयोध्या, सती, और कृष्ण जैसे विषयों पर उनकी साक्ष्य-आधारित किताबों ने इतिहास की नई समझ दी है. 2020 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया. हमने उनसे सवाल किए—सती प्रथा का सच क्या है? मंदिर तोड़ने की शुरुआत कब हुई? क्या बौद्ध स्तूपों को तोड़कर मंदिर बनाए गए? और उर्दू का विकास कैसे हुआ? इन सवालों के जवाब जानने के लिए सुनिए पूरा एपिसोड Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.

    1h3min
  5. Kanpur का काला बच्चा कौन था, UP में खालिस्तानी कैसे आए और क्यों चली इस IPS पर गोली?: पढ़ाकू नितिन, 183

    16 DE JAN.

    Kanpur का काला बच्चा कौन था, UP में खालिस्तानी कैसे आए और क्यों चली इस IPS पर गोली?: पढ़ाकू नितिन, 183

    भारत में बहुत कम लोग हैं जिनके नाम के साथ IIT, IPS, और बेस्टसेलर लेखक जैसी उपलब्धियां जुड़ती हैं और उनमें से एक हैं आलोक लाल. 35 साल पुलिस फोर्स को सेवा देने वाले, दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित और True Crime जॉनर में बेस्टसेलर The Barabanki Narcos के लेखक. उनकी किताबें केवल घटनाओं का विवरण नहीं, बल्कि एक कला प्रेमी के दिल से लिखी कहानियां हैं. सेवा के दौरान पेंटिंग प्रदर्शनियां लगाने वाले आलोक लाल ने यूपी के बाराबंकी से अफीम के धंधे का सफाया किया, कई बड़े केस सुलझाए और जानलेवा हमलों का सामना किया. पढ़ाकू नितिन में उन्होंने बताया कि क्यों मुलायम सिंह यादव ने उनके लिए विधायकों को डांटा और किस गिल्ट ने उन्हें अब तक नहीं छोड़ा. Disclaimer: इस पॉडकास्ट में व्यक्त किए गए विचार एक्सपर्ट के निजी हैं.

    1h18min
  6. Afzal Guru के साथ Tihar में शरारत, Veg vs Non Veg की बेकार बहस और Investment के Tips: पढ़ाकू नितिन, Ep 181

    2 DE JAN.

    Afzal Guru के साथ Tihar में शरारत, Veg vs Non Veg की बेकार बहस और Investment के Tips: पढ़ाकू नितिन, Ep 181

    बीते साल हमने कई विषयों पर चर्चा की, मशहूर लेखकों, कलाकारों, राजनयिकों और विशेषज्ञों से बातचीत की. इस विशेष एपिसोड में हमने अलग-अलग जॉनर के उन हिस्सों को समेटने की कोशिश की है, जिन्हें आपने सबसे ज़्यादा पसंद किया और सराहा. हमने शेर सिंह राणा से तिहाड़ में अफ़जल गुरू के साथ बिताए उनके अनुभवों के बारे में पूछा. मानव कौल से जाना कि उन्होंने एक किताब के कवर के लिए कपड़े क्यों उतार दिए. कृष अशोक ने वेज, नॉन वेज और वीगन खानों के बीच के फ़र्क को स्पष्ट किया. दीपक वाधवा ने इन्वेस्टमेंट के फंडे दिए. अक्षत गुप्ता ने हमें नागाओं की अनोखी दुनिया से परिचित कराया. सुनिए पढ़ाकू नितिन का ये स्पेशल एपिसोड.

    44min

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Padhaku Nitin is a casual and long conversation-based podcast where Aaj Tak Radio host Nitin talks to experts and discuss a wide range of topics like history, war, politics, policy, ideologies, cinema, travelling, sports, nature and everything that is interesting. A single episode of the show can be as enriching as reading four books. As we say in the podcast,Chaar kitaabe padhne jitna gyaan milega Padhaku Nitin mein. कब कोई हक़ीक़त से मिथक बन जाता है? क्यों कोई कहानी सदियाँ पार करके हमारे सिरहाने आ बैठती है? कुछ नाम तो इंसानों की कलेक्टिव मेमोरी का हमेशा के लिए हिस्सा बन जाते हैं लेकिन पूरी की पूरी सभ्यता चुपचाप कैसे मिट जाती है? भाषा के ग्रामर से मिले कब, क्यों, कैसे, कहां, किसने ऐसे शब्द हैं जो सेंटेंस में जुड़ जाएँ तो सवाल पैदा करते हैं और सवालों के बारे में आइंस्टीन ने कहा था- The important thing is not to stop questioning. पढ़ाकू नितिन ऐसा ही पॉडकास्ट है जिसमें किसी टॉपिक का रेशा रेशा खुलने तक हम सवाल पूछने से थकते नहीं.

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