NL Charcha Newslaundry.com
-
- News
-
हफ्ते भर के समाचार का समावेश| संचालन: अतुल चौरसिया https://www.newslaundry.com/hindi Click here to support Newslaundry: http://bit.ly/paytokeepnewsfree
Hosted on Acast. See acast.com/privacy for more information.
-
एनएल चर्चा 317: प्रज्जवल रेवन्ना प्रकरण और राजनीति में बढ़ता पाखंडवाद
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय एसआईटी द्वारा 'यौन शोषण' मामले में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करना और महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण सिंह को कैसरगंज से टिकट मिलना आदि रहे.
हफ्ते की अन्य सुर्खियों में 1 मई को ई-मेल के जरिए दिल्ली-एनसीआर के करीब 50 स्कूलों में बम से उड़ाने की मिली धमकी, एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में कोविड टीके के ‘बहुत दुर्लभ’ दुष्प्रभाव को किया स्वीकार, तेलंगाना में कांग्रेस पर बरसते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘जब तक जिंदा हूं ओबीसी, एससी और एसटी का आरक्षण मुसलमानों को नहीं देने दूंगा' आदि ख़बरें शामिल रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में लेखक एवं बीबीसी की द्विभाषी संवाददाता प्रियंका दुबे और स्वतंत्र पत्रकार काजल अय्यर शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से अवधेश कुमार ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के पॉडकास्ट हैड शार्दूल कात्यायन ने किया.
चर्चा की शुरुआत में 'यौन शोषण' मामले में प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किए जाने को लेकर शार्दूल सवाल करते हैं, “एक लेखिका और पत्रकार होने के नाते आप इस मामले को कैसे देख रही हैं?”
इसके जवाब में काजल अय्यर कहती हैं, “ये सिर्फ सेक्स स्कैंडल का मामला नहीं है. ये एक तरह की मानसिक बीमारी है. रेवन्ना के सत्ता के अहंकार के कारण ही यह मुमकिन हो सका है. वह काफी बाहुबली परिवार से हैं. उनके दादा देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. भाजपा हमेशा परिवारवाद के खिलाफ बोलती रहती है लेकिन यहां तो परिवारवाद और अपराध दोनों है तो फिर कुछ क्यों नहीं कह रही है. राजनीति से बिल्कुल परे ये समाज के लिए एक चिंता का विषय है. किसी शक्तिशाली परिवार के एक व्यक्ति द्वारा -
एनएल चर्चा 316: पीएम की ‘हेट स्पीच’, इलेक्शन कमीशन की ‘चुप्पी’ और सूरत का ‘फिक्स’ चुनाव
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं की नफरती बयानबाजी, एबीसी न्यूज़ की ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार अवनी डायस का भारत सरकार पर उनके वर्क वीजा को आगे न बढ़ाए जाने का आरोप लगाते हुए देश छोड़ना और सूरत में लोकसभा चुनाव से पहले ही भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल की निर्विरोध जीत आदि रहे.
इस हफ्ते चर्चा में एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया की पूर्व अध्यक्ष एवं द सिटीजन की मुख्य संपादक सीमा मुस्तफा शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से रमन किरपाल, हृदयेश जोशी और स्तंभकार आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद नेताओं की बयानबाजी को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री मोदी का बयान सिर्फ हेट स्पीच का मसला है या फिर एक सोची समझी राजनीतिक रणनीति है?”
इसके जवाब में सीमा मुस्तफा कहती हैं, “ये शुरू से ही एक सोची समझी राजनीतिक रणनीति है. ध्रुवीकरण की विचारधारा, फूट डालो और शासन करो एवं स्थिति को सांप्रदायिक रंग देने के प्रयासों को हम दस साल से देख रहे हैं. निर्वाचन क्षेत्रों से संकेत आ रहे हैं कि भाजपा के लिए स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए प्रधानमंत्री ने ज्यादा खुलकर बात की है. बात सिर्फ चुनाव की नहीं है लेकिन जब आप चुनाव जीतने के लिए ऐसे तरीके अपनाते हैं तो इससे देश को बहुत नुकसान होता है. साथ ही असुरक्षा बढ़ती है, वो भी सिर्फ एक समुदाय के लिए नहीं बल्कि सभी के लिए.”
सुनिए पूरी चर्चटाइम कोड्स
00 - 02:14 - इंट्रो और जरूरी सूचना
02:15 - 09:47 - सुर्खियां
09:48 - 58:41 - प्रधानमंत्री का राजस्थान के बांसवाड़ा में दिया गया बयान
58:42 - 1:06:56 - सब्सक्राइबर्स के मेल
1:06:57 - 1:08:39 - अपील
1:08:40 - 1:22:04 - ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार ने वर्क वीजा की अव -
एनएल चर्चा 315: लोकसभा चुनाव, 29 माओवादियों का एनकाउंटर और इरान-इज़रायल के बीच तनाव
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय लोकसभा चुनाव क पहले चरण का मतदान और इजरायल एवं ईरान के बीच पैदा हुए तनावपूर्ण हालात रहे. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के कांकेर में माओवादियों एवं सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में 29 माओवादी की मौत और एक सुरक्षाकर्मी के घायल होने पर भी चर्चा हुई
हफ्ते की अन्य सुर्खियों में भाजपा ने जारी किया लोकसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र, कांग्रेस ने दिल्ली और पंजाब सहित लोकसभा चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों की एक और सूची की जारी और शनिवार को मणिपुर के इंफाल इलाके में दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत आदि ख़बरें भी शामिल रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में अंतरराष्ट्रीय मामलों की जानकार स्मिता शर्मा और स्वतंत्र पत्रकार काशिफ काकवी शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया चर्चा की शुरुआत में चुनावी सरगर्मी को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों से शुरुआत में बड़ी तेजी से मतदान देखने के मिला खासकर सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, कैराना और रामपुर में. साथ ही ऐसी ख़बरें भी आई कि मुस्लिम महिलाओं का बुर्का खुलवाया जा रहा है. जिसकी वजह से मतदान की प्रक्रिया धीमी हो गई. आप इसे कैसे देखती हैं?”
इसके जवाब में स्मिता शर्मा कहती हैं, “गर्मी के मौसम की वजह से दोपहर में मतदान की प्रक्रिया धीमी पड़ी. जहां तक बुर्का हटवाने की बात है वो मतदाता के पहचान पत्र से उनके चेहरे का मिलान करने के लिए किया जा रहा. हालांकि, यहां पर बीजेपी की लहर नजर नहीं आ रही है. जो कि राष्ट्रीय टीवी चैनलों पर दिखाया जा रहा है. वहीं, नगीना सीट पर मुस्लिम और दलित समुदाय चंद्रशेखर आजाद के साथ दिख रही है. मुजफ्फरनगर में -
एनएल चर्चा 314: चुनावी माहौल के बीच जनता की खामोशी और सुप्रीम कोर्ट की तीखी टिप्पणियां
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय सुप्रीम कोर्ट द्वारा ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (सोन चिड़िया) से जुड़े एक मामले में टिप्पणी करते हुए कहना कि साफ और स्वच्छ पर्यावरण जीने के मूल अधिकार के बराबर ही है. इसके अलावा लोकसभा चुनावों के बीच विपक्षी दलों पर कार्रवाई और जनता के मूड पर विस्तार से चर्चा हुई.
इस हफ्ते चर्चा में अशोका यूनिवर्सिटी में मीडिया विभाग की प्रोफेसर माया मीरचंदानी शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से हृदयेश जोशी, स्तंभकार आनंद वर्धन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन पॉडकास्ट हैड शार्दूल कात्यायन ने किया.चर्चा की शुरुआत में शार्दूल सवाल करते हैं, “क्या सुप्रीम कोर्ट के ऐसा कहने के बाद लोगों के परिदृश्य में थोड़ा परिवर्तन आएगा?”
इसके जवाब में हृदयेश जोशी कहते हैं, “जब हम पर्यावरण की बात करते हैं और जब हम जलवायु परिवर्तन की बात करते हैं. दोनों बातें एक साथ होते हुए भी थोड़ी अलग हैं क्योंकि जलवायु परिवर्तन एक लंबे समय तक के परिवर्तन होते हैं. पर्यावरण एक बहुत बड़ी संपत्ति है. कई बार हमें लगता है कि हमारी जीडीपी तो जोर-शोर से आगे बढ़ रही है लेकिन अगर हम पर्यावरण को खत्म कर देंगे तो जीडीपी ताश पत्तों की तरह गिर जाएगी.” सुनिए पूरी चर्चा-
टाइम कोड्स
00 - 02:25 - इंट्रो
02:26 - 08:25 - सुर्खियां
08:26 - 10:05 - जरूरी सूचना
10:06 - 51:46 - सोन चिड़िया के मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
51:47 - 53:26 - सब्सक्राइबर्स के मेल
53: 27 - 1:37:55 - विपक्षी दलों एवं नेताओं पर कार्रवाई के बीच लोकसभा चुनाव में जनता का मिज़ाज
1:37:56 - 1:44:14 - सलाह और सुझाव
पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएमाया मीरचंदानी
व्हिटनी फिलिप्स का लेख
जान वर्नर मुलर की किताब- व्हाट इज पॉपुलिज़्म
कुनाल पुरोहित की किताब- एच-पॉप: द सीक्रेटिव वर्ल्ड ऑफ हिंदुत्व पॉप स्टार्स
न्यूज़लॉन -
एनएल चर्चा 313: पलटीमार नेता और बोलता हिंदुस्तान का यूट्यूब चैनल बंद
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के निर्देश के बाद यूट्यूब ने बोलता हिंदुस्तान का यूट्यूब चैनल किया बंद और चुनावी मौसम में नेताओं के पार्टी बदलने की प्रक्रिया हुई तेज आदि रहे.
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को आबकारी नीति मामले में आप सांसद संजय सिंह को जमानत दी, ताइवान में बुधवार को भूकंप के कारण 10 की मौत व 1000 से अधिक घायल, ओलंपियन मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता ली, कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ पार्टी छोड़ भाजपा में हुए शामिल, कांग्रेस ने मुंबई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय निरुपम को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चुनावी मौसम में तमिल चैनल थांथी टीवी को अपना पहला इंटरव्यू दिया और लोकसभा चुनाव की तैयारी के बीच चुनाव आयोग ने मंगलवार को 17 सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों 8 राज्यों में विशेष समीक्षक के रूप में तैनात किया आदि ख़बरें भी हफ्ते भर की सुर्खियों में शामिल रहीं.वहीं,
इस हफ्ते चर्चा में अंतरराष्ट्रीय मामलों की जानकार स्मिता शर्मा, सुहि सवेर के मुख्य संपादक शिव इंदर सिंह और बोलता हिंदुस्तान के संपादक समर राज शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से शार्दूल कात्यायन और अवधेश कुमार ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.
सुनिए पूरी चर्चा-
टाइम कोड्स
00 - 04:21 - इंट्रो और जरूरी सूचना
04:22 - 23:46 - सुर्खियां
23:47 - 41:04 - सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के निर्देश के बाद यूट्यूब ने बंद किया बोलता हिंदुस्तान का चैनल
41:05 - 1:22:43 - चुनावी मौसम में नेताओं का दल बदल जारी
1:22:44 - 1:28:35 - सब्सक्राइबर्स के मेल
1:28:36 - 1:37:41 - सलाह और सुझाव
पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएस्मिता शर्मा
फॉरेन अफेयर्स -
एनएल चर्चा 312: कंगना रनौत- ममता बनर्जी पर अभद्र टिप्पणी और मुख्तार अंसारी की मौत
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषयोंं में अभिनेत्री कंगना रनौत और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अभद्र टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत व भाजपा नेता दिलीप घोष को चुनाव आयोग की ओर से जारी किया गया नोटिस और भारतीय लोकतंत्र का नया सूचकांक बनाने पर विचार कर रही सरकार ने इसके लिए ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन को संपर्क किया आदि रहे.
इसके अलावा बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत, कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर फिर से टैक्स टेररिज्म का आरोप लगाया, आबकारी नीति मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिमांड की अवधि 1 अप्रैल तक बढ़ाई, आबकारी नीति मामले में ईडी ने पूछताछ के लिए आम आदमी पार्टी के गोवा प्रमुख अमित पालेकर को नोटिस जारी किया, बिहार में आरजेडी व कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर अटकी बात और ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) उल्लंघन मामले में तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा को नोटिस जारी किया आदि ख़बरें भी हफ्ते भर की सुर्खियों में शामिल रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में नेत्री फाउंडेशन की संस्थापक कांक्षी अग्रवाल शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री से मनीषा पांडे, हृदयेश जोशी और आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.
सुनिए पूरी चर्चा-
टाइम कोड्स
00 - 04:12 - इंट्रो और जरूरी सूचना
04:13 - 21:37 - सुर्खियां
21:38 - 54:56 - कंगना रनौत और ममता बनर्जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए सुप्रिया श्रीनेत व दिलीप घोष को चुनाव आयोग ने जारी किया नोटिस
54:57 - 1:08:32 - दर्शकों के सवाल-जवाब
1:08:33 - 1:18:20 - सब्सक्राइबर्स के मेल
1:18:21 - 1:32:12 - लोकतंत्र का नया सूचकांक बनाने पर विचार कर रही भारत सरकार
1:32:
Customer Reviews
Let’s make Hindi news podcast great again
This weekly podcast is a good way to keep oneself updated about the important news development of the week. As someone who is not watching tv news daily it is a good way to learn about the various issues and various perspectives on those issues. The language used is Hindi and so if you are someone who is looking for a Hindi news discussion podcast this might be a good fit for you. Some reviewers have claimed in their review that the podcast is anti-bjp/anti-right and let me assure you that this is not the case. The panellists view the issues from all possible perspectives. There is nothing left-leaning or right-leaning about this podcast.
Weekly Political Roundup in Hindi Language
Brilliant content in Hindi language.
Opinions are reality based and sometimes may go against the power but if you want expert analysis and get a level headed perspective on our nations politics and general knowledge.
Left of center but good podcast
Professionally approach to news but left leaning. Need to have more members of right leaning