डांडी की नमकीन हवाओं से लेकर बंबई की गूँजती सड़कों तक, अनाया खुद को 8 अगस्त 1942 के एक पल में पाती है। गांधी जी भाषण दे रहे हैं, भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हो चुका है, और ब्रिटिश इसे दबाने के लिए जल्दी में हैं।
एक रास्ते पर हैं महात्मा गांधी, जो अहिंसा के अपने सिद्धांतों पर अडिग हैं। और दूसरे रास्ते पर हैं सुभाष चंद्र बोस, जो जोश और हथियारों के साथ भारतीय राष्ट्रीय सेना को एकजुट कर रहे हैं।
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Information
- Show
- Channel
- FrequencyComplete series
- Published23 August 2025 at 23:00 UTC
- Episode9