Namak Ka Droga

वंशीधर की कर्तव्य परीक्षा

वंशीधर, नमक विभाग के ईमानदार दारोगा के रूप में नियुक्त होते हैं, जहाँ घूसखोरी और भ्रष्टाचार व्याप्त है। एक रात, जब उन्हें नदी पर गाड़ियों की आवाज़ सुनाई देती है, तो वे सतर्क हो जाते हैं। जांच करने पर, उन्हें पता चलता है कि प्रतिष्ठित जमींदार पंडित अलोपीदीन की गाड़ियों में नमक की तस्करी हो रही है। अब वंशीधर के सामने अपनी ईमानदारी साबित करने की चुनौती खड़ी होती है। तो आइये सुनते हैं मुंशी प्रेमचंद की इस कहानी का पहला भाग! अधिक जानने के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएँ: https://chimesradio.com हमारे सोशल मीडिया हैंडल्स पर हमें फॉलो करें: https://www.instagram.com/vrchimesradio/ https://www.facebook.com/chimesradio/