Shiv Shakti Gatha

कार्तिकेय के जन्म का उदेशय

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स्वागत है आपका "शिव शक्ति गाथा" के अगले भाग में, जहां हम जानेंगे कि कैसे वज्रांग की पत्नी वरांगी ने उनसे एक ऐसे पुत्र की मनोकामना की जो अत्यंत शक्तिशाली हो, और तीनों लोकों पर अपना अधिकार स्थापित करे। वरांगी की इच्छा पूर्ण करने हेतु वज्रांग ने ब्रह्मा जी से वर की प्राप्ति की और अंततः उनके पुत्र तारक का जन्म हुआ। तारक ने तीनों लोकों में तबाही मचा दी और ब्रह्मा जी की तपस्या कर यह वरदान भी पा लिया कि उसे केवल भगवान शिव के पुत्र ही ख़त्म कर सकते थे। और यही कारण बना भगवान शिव और पार्वती जी के पुत्र कार्तिकेय के जन्म का। तो आइये सुनते हैं, भगवान शिव और देवी पार्वती के परिवार की यह कहानी। अधिक जानने के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएँ: https://chimesradio.com हमारे सोशल मीडिया हैंडल्स पर हमें फॉलो करें: https://www.instagram.com/vrchimesradio/ https://www.facebook.com/chimesradio/