भगवद गीता के मूल्य

सच्ची खुशी कहाँ है?

Subscribers Only
तारा उदास थी क्योंकि उसे लगता था कि ढेर सारे खिलौने और नई चीज़ें मिलने से वह और खुश हो सकती थी। नानी माँ ने उसे यूं मायूस देखकर उसे एक गाँव के लड़के रोहन की कहानी सुनाई जो सोचता था कि अमीर बनने से खुशियाँ मिलेंगी। रोहन एक बहुत बड़े अमीर व्यापारी के जीवन को भी देखता है जिसके पास किसी तरह की कोई कमी नहीं और सारी सुख सुविधाएं हैं, और वह गाँव के एक आम शिक्षक से भी मिलता है जिनके पास न ज़्यादा धन संपत्ति है, न कोई ऐशो आराम। तो क्या उस अमीर व्यापारी के जीवन में ज़्यादा खुशी होगी या फिर शिक्षक के? चलिए, तारा के साथ हम भी सुनते हैं यह रोचक कहानी, जो हमें सिखाती हैं कि सच्ची खुशी बाहरी चीज़ों में नहीं, बल्कि अपने सच्चे कर्तव्य को निभाने और संतोष पाने में होती है। Visit our website to know more: https://chimesradio.com   Connect with us on our social handles to get all content updates: https://www.instagram.com/vrchimesradio/   https://www.facebook.com/chimesradio