भगवद गीता के मूल्य

सच्चे मन की भेंट

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रात को तारा ने नानी माँ से पूछा, "क्या भगवान को महंगे चढ़ावे पसंद होते हैं?" उसने देखा था कि मंदिर में कुछ लोग सोने-चाँदी के गहने चढ़ा रहे थे, जबकि एक बच्ची ने सिर्फ एक फूल चढ़ाया, लेकिन पुजारी ने उसकी ओर ध्यान नहीं दिया। नानी माँ ने उसे एक कहानी सुनाई—जहां एक अमीर सेठ ने सोने का मुकुट चढ़ाया, जबकि एक गरीब बच्ची राधा ने प्रेम से अपना आखिरी बचा फूल जिसे बेचकर वो अपना पेट भर सकती थी, वो भगवान को अर्पित कर दिया। तो क्या भगवान खाली उस सेठ की भक्ति को स्वीकार करते हैं जिसने महंगे चढ़ावे चढ़ाये या फिर उन्हें चढ़ावों से नहीं इंसान की श्रद्धा से मतलब है? चलिए, तारा के साथ हम भी सुनते हैं यह रोचक कहानी, जो हमें सिखाती है कि हमें भगवान को सच्चे मन से पूजना चाहिए, उसमें पैसों की दौलत नहीं, भावनाओं का मोल होता है। Visit our website to know more: https://chimesradio.com   Connect with us on our social handles to get all content updates: https://www.instagram.com/vrchimesradio/   https://www.facebook.com/chimesradio