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हफ्ते भर के समाचार का समावेश| संचालन: अतुल चौरसिया https://www.newslaundry.com/hindi Click here to support Newslaundry: http://bit.ly/paytokeepnewsfree
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एनएल चर्चा 311: अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी, सोनम वांगचुक का अनशन और आम चुनाव
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर पर्यावरणविद सोनम वांगचुक का आमरण अनशन और आबकारी नीति मामले में गुरुवार रात ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना आदि रहे.
इस हफ्ते चर्चा में न्यूज़क्लिक से वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह और वरिष्ठ पत्रकार राजेश जोशी शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किय. अतुल सवाल करते हैं, “ क्या ये सब आनन-फानन में सिर्फ इसलिए किया गया ताकि हैडलाइन मैनेज किया जा सके और सरकार के खिलाफ जितनी भी ख़बरें हैं, जो उसकी छवि को खराब करती हैं, उससे लोगों का का ध्यान बंट जाए?”
इसके जवाब में राजेश जोशी कहते हैं, “हेडलाइन मैनेजमेंट कहें या मीडिया मैनेजमें, इसमें मोदी सरकार को महारत हासिल है. हालांकि, हर सरकार ऐसा करना चाहती है."
सुनिए पूरी चर्चा-
टाइम कोड्स
00- 03:36 - इंट्रो और जरूरी सूचना
03:37 - 23:09 - पर्यावरणविद सोनम वांगचुक का आमरण अनशन
23:10 - 33:01 - सुर्खियां
33:02 - 1:24:00 - ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी
1:24:01 - 1:30:36 - सब्सक्राइबर्स के मेल
1:30:37 - 1:41:30 - सलाह और सुझाव
पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए
शार्दूल कात्यायन
न्यूज़लॉन्ड्री पर श्वेता देसाई कीरिपोर्ट
टीवी सीरीज- द सिनर
हरिशंकर परसाई का व्यंग्य
विकास जांगड़
नेटफ्लिक्स पर सीरीज- हाउस ऑफ कार्ड्स
राजेश जोशी
द रिपोर्टर्स कलेक्टिव की रिपोर्ट और इलेक्टोरल बॉन्ड पर सीरीज
भाषा सिंह
मोहम्मद आमिर खान की किताब- आतंकवादी का फ़र्ज़ी ठप्पसुधा भारद्वाज की किताब- फ्रॉम फांसी यार्ड
डॉक्यूमेंट्री- डेजा वू
अतुल चौरसिया
न्यूज़लॉ -
एनएल चर्चा 310: हरियाणा में मुख्यमंत्री परिवर्तन और इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा सार्वजनिक
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय हरियाणा में नायब सिंह सैनी बने नए मुख्यमंत्री, चुनाव आयोग ने सार्वजनिक किया इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा और पूर्व आईएएस ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू बने नए चुनाव आयुक्त आदि रहे.
इसके अलावा केंद्र सरकार ने द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू करने की घोषणा, एक देश-एक चुनाव पर विचार के लिए बनाई गई पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंपना और सरकार द्वारा यूएपीए के तहत जम्मू-कश्मीर नेशनल फ्रंट पर पांच वर्ष का प्रतिबंध लगाना आदि ख़बरें भी हफ्तेभर की सुर्खियों में शामिल रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में बीबीसी की डिजिटल वीडियो संपादक सर्वप्रिया सांगवान शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से रमन किरपाल, स्तंभकार आनंद वर्धन और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.
चर्चा के प्रमुख विषय चुनाव आयोग द्वारा इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक किए जाने और न्यूज़लॉन्ड्री के भी इसपर रिपोर्ट किए जाने को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “अभी जो भी जानकारी सामने आई है उसमें क्या महत्वपूर्ण चीजें आपको दिखीं?”
इसके जवाब में रमन किरपाल कहते हैं, “बीजेपी की सरकार चुनावी चंदे के लिए एक ऐसी योजना लेकर आई जिसमें पारदर्शिता बिल्कुल नहीं थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब चंदे का डाटा सार्वजनिक हुआ है. आयोग द्वारा जारी किए गए डाटा में हम इस चीज के संकेत खोजने की कोशिश कर रहे हैं कि ईडी और आईटी के छापे के बाद किन कंपनियों ने दान देना शुरू किया. इस डाटा में बड़ी-बड़ी फार्मा, इंफ्रा और माइनिंग कंपनियां हैं. जो सरकार के साथ सौदा करती हैं और उन्हें कई प्रोजेक्ट्स मिलते हैं.” -
एनएल चर्चा 309: स्पेनिश महिला से गैंगरेप और इलेक्टोरल बॉण्ड पर एसबीआई की टालमटोल’
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय झारखंड के दुमका जिले में स्पेनिश महिला के साथ मारपीट एवं सामूहिक दुष्कर्म और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी निर्वाचन आयोग को सौंपने के लिए 30 जून तक का समय देने की मांग करना आदि रहे.
इसके अलावा ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल फिर से होगा एनडीए में शामिल, माओवाद से संबंध मामले में सजा काट रहे दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा नागपुर जेल से बरी, बीजेपी व कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव से जुड़ी उम्मीदवारों की पहली सूची की जारी, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार को लेकर साधा निशाना और दिल्ली सरकार ने अपना बजट जारी करते हुए 18 वर्ष से अधिक महिलाओं को एक हजार रुपए प्रति माह की आर्थिक सहायता देने का किया ऐलान आदि ख़बरें भी हफ्तेभर की सुर्खियों में शामिल रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार एवं द रिपोर्टर्स कलेक्टिव के सदस्य नितिन सेठी एवं तपस्या के अलावा स्वतंत्र पत्रकार रवि प्रकाश शामिल हुए. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.
चर्चा के प्रमुख विषय झारखंड के दुमका जिले में स्पेनिश महिला के साथ मारपीट व सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “इस घटनाक्रम को लेकर अभी क्या स्थिति है और पुलिस की भूमिका कितनी साफ सुथरी और नियम कानूनों के तहत देखने को मिली?”
इसके जवाब में रवि प्रकाश कहते हैं, “दुमका का यह मामला एक दुर्भाग्य की बात है कि कोई बाहर से घूमने आए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म जैसी वारदात हो जाए. हालांकि, इस घटना के दो दिन बाद ही पुलिस ने इससे जुड़े आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इस बीच एक साहस की बात यह ह -
एनएल चर्चा 308: बेरोजगारी, पेपर लीक और राज्यसभा का चुनावी गणित
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय देश के तीन राज्यों में हुए राज्यसभा चुनाव और बेरोजगारों पर भारी पेपर लीक का मामला रहे.
इस हफ्ते देश के तीन राज्यों में राज्यसभा की 15 सीटों के लिए चुनाव हुए, इनमें से 10 सीटें भाजपा को जीतने में सफलता मिली. वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पेपर लीक के बाद 17-18 फरवरी को हुई पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा को रद्द करना आदि मुद्दों ने भी सुर्खियां बटोरी.
इस हफ्ते चर्चा में न्यूज़लॉन्ड्री की मैनेजिंग एडिटर मनीषा पांडे, स्तंभकार आनंद वर्धन और पर्यावरण विशेषज्ञ हृदयेश जोशी ने भाग लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के पॉडकास्ट प्रमुख शार्दूल कात्यायन ने किया.
नोट: इस हफ्ते चर्चा पेवॉल के पीछे नहीं है. अपने फेवरेट पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म से चर्चा सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.
चर्चा के प्रमुख विषय बेरोजगारी और पेपर लीक को लेकर शार्दूल कात्यायन सवाल करते हैं, “बेरोजगारी की समस्या दिन पर दिन बड़ी होती जा रही है. ऐसे में युवाओं के सामने क्या उपाय हैं?”
इसका जवाब देते हुए आनंद वर्धन कहते हैं, “बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है. हालांकि, उसके कारण वो नहीं है, जो मीडिया में गिनाए जाते हैं. उसका स्वरूप काफी अलग है. सरकारी नौकरी में पेपर लीक और नकल होना दो अलग-अलग बातें है.
सुनिए पूरी चर्चा-
टाइम कोड्स
00 - 3:36- इंट्रो और जरूरी सूचना
03:37 - 18:20 - सुर्खियां और उन पर टिप्पणी
18:21 - 45:26 - बेरोजगारी और पेपर लीक पर चर्चा
45:27 - 1:03:21 - रामदेव को सुप्रीम कोर्ट की फटकार
1:03:22 - 1:06:42 - पत्र और उनके जवाब
1:06:43 - 1:20:14 - राज्यसभा चुनाव का कठिन गणित
1:20:15- 1:27:45 सलाह और सुझाव
पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए
हृदयेश जोशी
स्वाति नारायण की किताब- अनइक्वल
आनंद वर्धन
पेपर लीक पर इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट
मनीषा पांडे
यूपी -
एनएल चर्चा 307: संदेशखाली की राजनीति, शेख शाहजहां का इतिहास और ‘चंदा वसूली’ का खेल
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय संदेशखाली में बढ़ती राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी और बाहुबली नेता शाहजहां शेख पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप रहे. चुनावी चंदे और केंद्रीय एजेंसियों के छापों पर न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट की एक्सक्लूसिव इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट को लेकर भी चर्चा हुई.
इस हफ्ते चर्चा में अंतरराष्ट्रीय मामलों की जानकार स्मिता शर्मा और स्वतंत्र पत्रकार निलाद्री सरकार शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रतीक गोयल और विकास जांगड़ा ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन शार्दूल कात्यायन ने किया.
सुनिए पूरी चर्चा-
टाइम कोड्स
00 - 02:42 - इंट्रो और जरूरी सूचना
02:43 - 15:14 - सुर्खियां
15:15 - 52:14 - संदेशखाली और बाहुबली नेता शाहजहां शेख का इतिहास
52:15 - 1:09:38 - चुनावी फंडिंग पर न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट की एक्सक्लूसिव इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट
1:09:39 - 1:18:10 - सलाह और सुझाव
पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए
निलाद्री सरकार
प्रोफेसर द्वैपायन भट्टाचार्य का लेख
स्मिता शर्मा
फॉरेन अफेयर्स पर रामचंद्र गुहा का लेख
आर्टिकल 14 पर कमांडर बत्रा का इंटरव्यू
नेटफ्लिक्स पर सीरीज- मेमोरीज ऑफ द अलहम्ब्रा
प्रतीक गोयल
नेटफ्लिक्स पर सीरीज- हाउस ऑफ निंजास
विकास जांगड़ानेटफ्लिक्स पर सीरीज- लव, डेथ एंड रोबोट्स
न्यूज़लॉन्ड्री की एक्सक्लूसिव इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट-पहला भाग, दूसरा भाग, तीसरा भाग
शार्दूल कात्यायन
न्यूज़लॉन्ड्री पर बसंत कुमा की किसान आंदोलन पर रिपोर्ट्स देखें
द गार्जियन पर फ्रेड हार्टर की रिपोर्ट
फिल्म- लॉस्ट इन ट्रांसलेशन
प्रोड्यूसर: आशीष आनंद
ट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरी
एडिटिंग: उमराव सिंह
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एनएल चर्चा 306: इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट की रोक और किसान आंदोलन 2.0
इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनावी बॉन्ड को असंवैधानिक करार देकर रद्द करना और एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत कई मांगो को लेकर किसानों के दिल्ली कूच का ऐलान आदि रहे.
चर्चा में एडीआर के सह-संस्थापक एवं पूर्व प्रोफेसर जगदीप छोकर शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से अभिनंदन सेखरी, शार्दूल कात्यायन और हृदयेश जोशी ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा के प्रमुख विषय सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ द्वारा इलेक्टोरल बॉन्ड को असंवैधानिक करार देने को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “चुनाव सुधार का एक बहुत बड़ा मुद्दा है, जो लंबे समय से अटका है, साथ में इस इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए पिछले पांच सालों में जो नुकसान हुआ है क्या उनकी कोई जवाबदेही तय होने का रास्ता इस फैसले में है?”
इसके जवाब में जगदीप छोकर कहते हैं, “इस फैसले से जो बदमाशी 2017 में शुरू की गई थी, वो खत्म हो गई है. इसमें सबसे बड़ी खराबी ये थी कि सत्तारूढ़ दल को दूसरे दलों का चंदा बंद करवाने का अच्छा तरीका मिल गया था. दूसरी खराबी ये थी कि जनता को जो सूचना मिलती है, उसको बंद करवा दिया, तो सूचना के अधिकार का भी इसमें उल्लंघन था. फिलहाल, फैसले के बाद ये दोनों खामियां हटा दी गई हैं. क्योंकि इलेक्टोरल बॉन्ड ऐसे ही चलते रहते तो देश में एक ही पार्टी का राज रह जाता. ये लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा खतरा था. मुझे ये शांति है कि फिलहाल वो खतरा टल गया है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हमारा लोकतंत्र बड़ा अच्छा हो गया हैसुनिए पूरी चर्चा-
टाइम कोड्स
00 - 05:03 - इंट्रो और जरूरी सूचना
05:04 - 23:52 - सुर्खियां
23:53 - 1:11:40 - सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनावी बॉन्ड को असंवैधानिक करार देकर रद्द किए जाने का फैसला
1:11:41 - 1:25:18 - किसान आंदोलन, एमएसपी समे
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Sadi bhasha uchh vichar
Charcha ka dhanyawad, videsh mai rah kar hindi bhasha me batcheet ki jo kami Khali thi use kuchh hadd tak door karne k liye. Atul ji ka prastutikaran kafi santulit or saumya hai or aannad ji hamesa naya dristikon dete hai. Samsamyik visyon per ek imandar tippani Keny liye dhanyawad.
Charcha ho toh aisi!!
I am from Bhutan but currently living in the US. I primarily converse in English. My Hindi is not bad as i lived in New Delhi for 16 years. I love listening to NL Charcha more than NL Hafta, maybe because Hindi is a beautiful language to hear and topics discussed are in detail. Thank you
वस्तुनिष्ठ एवं उल्लेखनीय
अतुल जी का संपादन एवं अनिल जी की साहित्य की पकड़ अतुलनीय है। आज की किच किच भरे वातावरण में ये पॉडकास्ट एक शीतल पवन के झोंके सा है।