
🕉 एपिसोड 86 — स्वामी निरंजनजी पॉडकास्ट | श्वेताश्वतरोपनिषद् - October 20, 2025 🕉
यूट्यूब पर लाइव हिन्दी पॉडकास्ट:
सुबह 7:30 AM बजे IST - भारतीय मानक समय - 21 अक्टूबर 2025
शाम 7:00 PM बजे PDT - पैसिफिक डेलाइट टाइम - 20 अक्टूबर 2025
यहाँ क्लिक करें 👉
उस परब्रह्म परमात्मा का स्वरूप दृष्टि के समक्ष नहीं ठहरता। इस परमात्मा को कोई भी अपने इन प्राकृत आंखों के द्वारा नहीं देख सकता। जो ध्यानादि में उसके किसी भी रूप में (ज्योति, प्रकाश, तारादि) दर्शन करते हैं, वह साधकों का मनोराज्य मात्र है। वह निश्चल अर्थात् सत्य नहीं है। जीव की सच्ची भक्ति देख परमात्मा स्वयं उसपर कृपा कर ज्ञान दृष्टि (दिव्य चक्षु) प्रदान करते हैं। फिर वही भक्त उन्हें दिव्य चक्षुद्वारा अनुभव करने में समर्थ होता है।
~ स्वामी निरंजन
श्वेताश्वतरोपनिषद् ४.२२-२३
#स्वामीनिरंजन, #श्वेताश्वतरोपनिषद् , #सामयोगीपॉडकास्ट, #वेदांत, #उपनिषद्, #आध्यात्मिकज्ञान, #आत्मस्मृति, #ब्रह्मज्ञान, #निरंजनजी, #सामयोगी, #स्वामीनिरंजन
Информация
- Подкаст
- ЧастотаЕжедневно
- Опубликовано21 октября 2025 г. в 01:42 UTC
- Длительность19 мин.
- Сезон1
- Выпуск86
- ОграниченияБез ненормативной лексики