भगवद गीता के मूल्य

मीठे शब्दों की ताकत

구독자 전용
इस बार नानी माँ ने तारा को यथार्थ की कहानी सुनाई, जो अपने तीखे स्वभाव के लिए जाना जाता था। वह सच बोलने में विश्वास रखता था, लेकिन उसके शब्द अक्सर कठोर होते, जिससे लोग आहत हो जाते थे। एक पारिवारिक समारोह के दौरान, उसके चचेरे भाई दक्ष ने नौकरी के लिए मदद मांगी, लेकिन यथार्थ ने उसे बेरुखी से मना कर दिया, जिससे दक्ष और परिवार के अन्य सदस्यों को ठेस पहुंची। रात में, दादाजी ने उसे समझाया कि सच बोलना ज़रूरी है, लेकिन उसे इस तरह कहना चाहिए कि सामने वाले को ठेस न पहुंचे। तो क्या यथार्थ दादा जी की बातों से प्रेरित होकर खुद की गलती का एहसास करेगा? चलिए, तारा के साथ हम भी सुनते हैं यह रोचक कहानी, जो हमें सिखाती है कि मीठी वाणी की ताकत सबसे बड़ी होती है। Visit our website to know more: https://chimesradio.com   Connect with us on our social handles to get all content updates: https://www.instagram.com/vrchimesradio/   https://www.facebook.com/chimesradio