यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के लिए उसे आठ साल का इंतजार करना पड़ा था. खतरनाक रसायनों के साथ एक्सपेरिमेंट करने के लिए उसके पास कोई लैब नहीं, बस एक स्टोर रूम था. रेडियोएक्टिविटी क्या होती है, ये उसी ने दुनिया को बताया. लेकिन खुद नंगे हाथों से रेडियोधर्मी केमिकल को टेस्ट करती थी. आज की कहानी है उस महिला की जिसे दो बार नोबेल पुरस्कार हासिल हुआ, वो भी फिजिक्स और केमिस्ट्री जैसे दो अलग अलग क्षेत्रों में.
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- Publicado7 de mayo de 2024, 2:06 p.m. UTC
- Duración23 min
- ClasificaciónApto