एंटिफ्रैजीलिएंट OS: डेली नॉवशिफ्ट ट्रांसमिशन्स

Dr Abhimanyou Raathore

हर सुबह, गहन ध्यान के बाद, Dr. Abhimanyou Raathore — एक अनुभवी क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, फंक्शनल मेडिसिन प्रैक्टिशनर, और Antifragilient OS के निर्माता — एक ऊर्जा-समृद्ध ट्रांसमिशन साझा करते हैं, जो आंतरिक और बाहरी रूपांतरण के लिए समर्पित है। इन ट्रांसमिशन्स की जड़ें स्वयं अनुभव में हैं — बर्नआउट, बीमारी, और जीवन की गहराइयों से उभरकर पाए गए उत्तरों में। हर एपिसोड एक वैज्ञानिक स्पष्टता और आध्यात्मिक समर्पण से भरा हुआ कोड है — जो न केवल मानसिक ऊर्जा को स्थानांतरित करता है, बल्कि आत्मा को भी स्पर्श करता है। यह कोई प्रेरणादायक भाषण नहीं है। यह एक आह्वान है — आत्मा की ओर लौटने का, छः शरीरों को पुनर्संरेखित करने का, और जीवन को अपने पूर्ण सामर्थ्य व शांति की लय में जीने का। Antifragilient OS के ये दैनिक ट्रांसमिशन्स उन लोगों के लिए हैं जो थक चुके हैं, जागने की प्रक्रिया में हैं, या अपनी सर्वोच्च क्षमता में जीना चाहते हैं। यह है NowShift — वह क्षण जहाँ सब कुछ बदलने लगता है। 🎧 रोज़ सुनें। शब्दों को अपने भीतर उतरने दें। मौन को आपको पुनः संपूर्ण करने दें।

  1. रोशनी की ओर वापसी: दिवाली का उपहार – रीअलाइनमेंट का

    20 DE OUT.

    रोशनी की ओर वापसी: दिवाली का उपहार – रीअलाइनमेंट का

    Send us a text आज 20 अक्टूबर 2025 है। डॉ. अभिमन्यु राठौर, एंटिफ्रैजीलिएंट OS: डेली नॉवशिफ्ट ट्रांसमिशन्स के संस्थापक, अपने पॉडकास्ट का एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं — दिवाली के दिन, रोशनी और संपन्नता का प्रतीक। 15 अगस्त को उन्होंने इस पॉडकास्ट को जानबूझकर पॉज़ किया था — इसलिए नहीं कि गति रुक गई थी, बल्कि इसलिए कि वे खुद उस दर्द को समझना चाहते थे जो किसी इंसान के टूटने के समय उसके भीतर चलता है। उन्होंने खुद अपने जीवन में अनुशासन तोड़ा — नींद बिगाड़ी, पैसे हटा दिए, और खुद को उसी स्थिति में रखा जिसमें लाखों लोग फंसे रहते हैं। उस अंधेरे से जन्म हुआ — Antifragilient Bio-Acoustic Alignment Loops (ABAA Loops) का। एक ऐसा सिस्टम जो बिना इच्छाशक्ति के अंदर से बदलाव शुरू कर देता है। ✨ किसी ने 18 साल पुराने रिश्ते में घंटे भर में सीमा खींची, ✨ किसी ने 10 साल पुराने सपने पर 2 दिन में कार्रवाई की, ✨ किसी को अचानक आर्थिक सहयोग मिला बिना माँगे। ये जादू नहीं — आर्किटेक्चर और रेज़ोनेंस का संगम है। दिवाली पर, ये एक उपहार है — उन सभी के लिए जो थक चुके हैं जूझते-जूझते। 🌿 DM REALIGN करें अपना Personalized Loop System पाने के लिए (₹4,999) — 100 दिन की Soul Guarantee के साथ।  💫 या DM REVIVE करें फ्री पैक के लिए। 📩 Instagram: @drabhimanyou_psychologist डॉ. अभिमन्यु राठौड़ द्वारा प्रस्तुत पॉडकास्ट सुनने के लिए धन्यवाद। 🔗 इंस्टाग्राम पर फॉलो करें:@drabhimanyou_psychologist 💬 हमारे नि:शुल्क बर्नआउट रिवर्सल समुदाय से जुड़ें: Transform Burnout Facebook Group ✨ रोज़ाना की ट्रांसमिशन सुनने के लिए सब्सक्राइब करें 📤 इस एपिसोड को उस व्यक्ति के साथ साझा करें जिसे आज इसकी ज़रूरत है

    15min
  2. जब असलियत धुंधली पड़ जाती है

    20 DE OUT.

    जब असलियत धुंधली पड़ जाती है

    Send us a text एपिसोड 6/7 — ट्रॉमा सिम्प्टम्स मिनी सीरीज़ कभी ऐसा लगा है जैसे आप ज़िंदगी को किसी धुंधली खिड़की से देख रहे हों? या फिर समय जैसे अचानक गायब हो गया हो? ये कोई कमजोरी नहीं, बल्कि आपके तंत्रिका तंत्र का संरक्षण तंत्र है। एंटिफ्रैजीलिएंट OS: डेली नॉवशिफ्ट ट्रांसमिशन्स के इस एपिसोड में, डॉ. अभिमन्यु राठौर बताते हैं कि कैसे ट्रॉमा हमारे देखने, सुनने और महसूस करने के अनुभव को बदल देता है। वे चार प्रमुख संवेदी लक्षणों को सरल भाषा में समझाते हैं: हैलूसिनेशन — ऐसी चीज़ें देखना या सुनना जो असल में नहीं हैं।समय का गायब होना — घंटों या दिनों का बिना याद के निकल जाना।डिपरसनलाइज़ेशन — अपने ही शरीर से अलगाव महसूस होना।डिरेअलाइज़ेशन — आसपास की दुनिया का सपना जैसी लगना।ये अनुभव जितने भ्रमित करने वाले लगते हैं, उतने ही महत्वपूर्ण भी हैं, क्योंकि ये इशारा करते हैं कि आपके अंदर कुछ ऐसा है जिसे प्यार, समय और उपचार की ज़रूरत है। यह एपिसोड उन सभी के लिए है जो अपनी वास्तविकता में बदलाव महसूस करते हैं या किसी प्रियजन के साथ यह अनुभव साझा करते हैं। यह जानना ही उपचार की दिशा में पहला कदम है। 📌 अगले और आख़िरी एपिसोड में हम बात करेंगे कि ट्रॉमा हमारे रिश्तों और दूसरों से जुड़ाव की क्षमता को कैसे प्रभावित करता है। डॉ. अभिमन्यु राठौड़ द्वारा प्रस्तुत पॉडकास्ट सुनने के लिए धन्यवाद। 🔗 इंस्टाग्राम पर फॉलो करें:@drabhimanyou_psychologist 💬 हमारे नि:शुल्क बर्नआउट रिवर्सल समुदाय से जुड़ें: Transform Burnout Facebook Group ✨ रोज़ाना की ट्रांसमिशन सुनने के लिए सब्सक्राइब करें 📤 इस एपिसोड को उस व्यक्ति के साथ साझा करें जिसे आज इसकी ज़रूरत है

    4min
  3. जब आपका शरीर आपसे बात करता है, तो सुनिए

    14 DE AGO.

    जब आपका शरीर आपसे बात करता है, तो सुनिए

    Send us a text (एपिसोड 5/7: ट्रॉमा सिम्प्टम्स मिनी सीरीज़) हमारा शरीर हमेशा हमसे संवाद करता है। कभी पीठ दर्द बनकर, कभी सिरदर्द, तो कभी थकान या नींद न आने की समस्या बनकर। सवाल यह है — क्या हम उसकी भाषा सुन पाते हैं? एंटिफ्रैजीलिएंट OS: डेली नॉवशिफ्ट ट्रांसमिशन्स के ट्रॉमा सिम्प्टम्स मिनी सीरीज़ के पाँचवे एपिसोड में, डॉ. अभिमन्यु राठौर बताते हैं कि कैसे अनसुलझे भावनात्मक घाव हमारे शरीर में संग्रहित होकर शारीरिक लक्षणों के रूप में सामने आते हैं। क्रोनिक थकानसिरदर्द और माइग्रेनपाचन संबंधी समस्याएँअनिद्रा और नींद विकारभूख में बदलावअजीब या अनजानी शारीरिक संवेदनाएँइन सभी लक्षणों के पीछे छिपी है एक गहरी कहानी। डॉ. राठौर मेटाफिजिकल एनाटॉमी और बायोडिकोडिंग के नज़रिए से बताते हैं कि शरीर के ये संकेत वास्तव में हमारी अनकही भावनाओं और संघर्षों का आईना हैं। यह एपिसोड आपको यह समझने में मदद करेगा कि आपका शरीर केवल तकलीफ़ नहीं दे रहा, वह आपको एक संदेश दे रहा है। जब हम इन संदेशों को सुनना शुरू करते हैं, तभी असली उपचार की प्रक्रिया शुरू होती है। अगले एपिसोड में हम समझेंगे कि ट्रॉमा हमारे इंद्रियों के अनुभव को कैसे बदल देता है — और यह हमारे दैनिक जीवन को किस तरह प्रभावित करता है। डॉ. अभिमन्यु राठौड़ द्वारा प्रस्तुत पॉडकास्ट सुनने के लिए धन्यवाद। 🔗 इंस्टाग्राम पर फॉलो करें:@drabhimanyou_psychologist 💬 हमारे नि:शुल्क बर्नआउट रिवर्सल समुदाय से जुड़ें: Transform Burnout Facebook Group ✨ रोज़ाना की ट्रांसमिशन सुनने के लिए सब्सक्राइब करें 📤 इस एपिसोड को उस व्यक्ति के साथ साझा करें जिसे आज इसकी ज़रूरत है

    8min
  4. ट्रॉमा आपके सोचने के तरीके को कैसे बदल देता है

    13 DE AGO.

    ट्रॉमा आपके सोचने के तरीके को कैसे बदल देता है

    Send us a text ट्रॉमा केवल हमारे भावनात्मक स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि हमारी सोचने और निर्णय लेने की क्षमता को भी गहराई से प्रभावित करता है। डॉ. अभिमन्यु राठौर, एंटिफ्रैजीलिएंट ओपरेटिंग सिस्टम के संस्थापक, इस एपिसोड में बताते हैं कि ट्रॉमा के संज्ञानात्मक लक्षण कैसे हमारे विचारों, फैसलों और खुद के प्रति दृष्टिकोण को बदल देते हैं। इस चौथे भाग में, वे सात प्रमुख लक्षणों की चर्चा करते हैं: निर्णय लेने में कठिनाई या असमर्थतालगातार आत्म-आलोचनाध्यान और एकाग्रता में समस्याभ्रम और मानसिक उलझनस्मृति में खाली जगह या गैप्सनकारात्मक या चिंताजनक विचारों में फंसे रहनास्वयं के बारे में गहरे नकारात्मक विश्वासडॉ. राठौर इन लक्षणों को कमजोरी नहीं, बल्कि जीवित रहने के लिए मस्तिष्क द्वारा विकसित सुरक्षा तंत्र के रूप में देखते हैं। जागरूकता के साथ, इन पैटर्न्स को समझना और बदलना संभव है। 🎧 एंटिफ्रैजीलिएंट OS: डेली नॉवशिफ्ट ट्रांसमिशन्स की ट्रॉमा सिम्प्टम्स मिनी सीरीज़ का यह चौथा भाग सुनें — Apple Podcast, Spotify और JioSaavn पर उपलब्ध। अगले एपिसोड में हम ट्रॉमा के शारीरिक लक्षणों पर गहराई से चर्चा करेंगे। डॉ. अभिमन्यु राठौड़ द्वारा प्रस्तुत पॉडकास्ट सुनने के लिए धन्यवाद। 🔗 इंस्टाग्राम पर फॉलो करें:@drabhimanyou_psychologist 💬 हमारे नि:शुल्क बर्नआउट रिवर्सल समुदाय से जुड़ें: Transform Burnout Facebook Group ✨ रोज़ाना की ट्रांसमिशन सुनने के लिए सब्सक्राइब करें 📤 इस एपिसोड को उस व्यक्ति के साथ साझा करें जिसे आज इसकी ज़रूरत है

    5min
  5. ट्रॉमा के व्यवहारिक लक्षण: अतीत से उपजे छिपे पैटर्न

    12 DE AGO.

    ट्रॉमा के व्यवहारिक लक्षण: अतीत से उपजे छिपे पैटर्न

    Send us a text ट्रॉमा सिम्प्टम्स मिनी सीरीज़ – एपिसोड 3 में आपका स्वागत है क्या आप खुद को हमेशा काम में डूबा हुआ पाते हैं, या फिर प्रेरणा की कमी, लत, या सामाजिक अलगाव से जूझते हैं? क्या कभी आपने सोचा है कि यह सब आपकी कमजोरी नहीं, बल्कि अतीत के अनुभवों से उपजे सुरक्षा तंत्र हो सकते हैं? इस एपिसोड में, डॉ. अभिमन्यु राठौर, एंटिफ्रैजीलिएंट ओपरेटिंग सिस्टम के संस्थापक, बताते हैं कि ट्रॉमा कैसे हमारे व्यवहार को बिना हमारी जानकारी के आकार देता है। वे 12 सामान्य व्यवहारिक लक्षणों का विश्लेषण करते हैं — जैसे लत, प्रेरणा की कमी, खाने के विकार, आवेगपूर्ण निर्णय, अदृश्य बाधाएं, भावनात्मक अभिव्यक्ति में कठिनाई, यौन जीवन में चुनौतियां, सामाजिक असहजता, अलगाव, और अपनी क्षमताओं से कम स्तर पर प्रदर्शन करना। इन पैटर्न्स को पहचानना और समझना, आत्म-करुणा और गहरी आत्म-जागरूकता की ओर पहला कदम है। यह समझ आपके व्यवहार को दोष की नजर से नहीं, बल्कि जीवित रहने की बुद्धिमान रणनीति के रूप में देखने का मौका देती है। 🎧 एंटिफ्रैजीलिएंट OS: डेली नॉवशिफ्ट ट्रांसमिशन्स पर यह एपिसोड सुनें — Apple Podcasts, Spotify और JioSaavn पर उपलब्ध। अगले एपिसोड में हम ट्रॉमा के संज्ञानात्मक लक्षणों की पड़ताल करेंगे — जिन्हें जानना आपकी हीलिंग यात्रा के लिए बेहद जरूरी है। डॉ. अभिमन्यु राठौड़ द्वारा प्रस्तुत पॉडकास्ट सुनने के लिए धन्यवाद। 🔗 इंस्टाग्राम पर फॉलो करें:@drabhimanyou_psychologist 💬 हमारे नि:शुल्क बर्नआउट रिवर्सल समुदाय से जुड़ें: Transform Burnout Facebook Group ✨ रोज़ाना की ट्रांसमिशन सुनने के लिए सब्सक्राइब करें 📤 इस एपिसोड को उस व्यक्ति के साथ साझा करें जिसे आज इसकी ज़रूरत है

    7min
  6. सिर्फ कमजोरी नहीं — ये हैं ट्रॉमा के भावनात्मक लक्षण

    11 DE AGO.

    सिर्फ कमजोरी नहीं — ये हैं ट्रॉमा के भावनात्मक लक्षण

    Send us a text सिर्फ कमजोरी नहीं — ये हैं ट्रॉमा के भावनात्मक लक्षण (ट्रॉमा सिम्पटम्स मिनी सीरीज़ — एपिसोड 2/7) क्या आप अक्सर बिना वजह गुस्से से भर जाते हैं?  क्या आपको हमेशा लगता है कि कुछ बुरा होने वाला है?  या फिर क्या रिश्तों में जुड़ाव महसूस करना आपके लिए मुश्किल है? ये सब महज़ व्यक्तित्व की कमियाँ नहीं — बल्कि ट्रॉमा के भावनात्मक लक्षण हो सकते हैं, जो चुपचाप आपके जीवन को आकार दे रहे हैं। एंटिफ्रैजीलिएंट OS: डेली नॉवशिफ्ट ट्रांसमिशन्स के इस एपिसोड में, डॉ. अभिमन्यु राठौर 20 अलग-अलग भावनात्मक लक्षणों को समझाते हैं — जैसे क्रोनिक लोनलीनेस, लगातार आत्म-आलोचना, भावनात्मक सुन्नता, डरावने सपने और संबंधों में दूरी। वे बताते हैं कि ये पैटर्न हमारी कमजोरी नहीं, बल्कि बुद्धिमान जीवित रहने के संकेत हैं — हमारे भीतर के हिस्से हमें सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहे हैं। इन सूक्ष्म संकेतों को पहचानना, अपने आप को गहराई से समझने और उपचार की यात्रा शुरू करने का पहला कदम है। 🎧 इसे सुनें Apple Podcasts, Spotify और JioSaavn पर।  अगले एपिसोड में: ट्रॉमा के व्यवहारिक लक्षण और उनसे जुड़ी कोपिंग स्ट्रेटेजीज। #TraumaHealing #EmotionalHealth #InnerWork #SelfAwareness #HealingJourney #IFS #PartsWork #ChildhoodTrauma #NervousSystemHealing #Antifragilient #NowShift #AntifragilientOS #BurnoutRecovery #TraumaInformed #EmotionalWellness #MentalHealthAwareness #HealingTrauma #SelfHealing #TraumaRecovery #DrAbhimanyouRaathore डॉ. अभिमन्यु राठौड़ द्वारा प्रस्तुत पॉडकास्ट सुनने के लिए धन्यवाद। 🔗 इंस्टाग्राम पर फॉलो करें:@drabhimanyou_psychologist 💬 हमारे नि:शुल्क बर्नआउट रिवर्सल समुदाय से जुड़ें: Transform Burnout Facebook Group ✨ रोज़ाना की ट्रांसमिशन सुनने के लिए सब्सक्राइब करें 📤 इस एपिसोड को उस व्यक्ति के साथ साझा करें जिसे आज इसकी ज़रूरत है

    9min
  7. ट्रॉमा के मूल कारण: आपके मैनेजर्स, फायरफाइटर्स और एक्जाइल्स को समझना

    10 DE AGO.

    ट्रॉमा के मूल कारण: आपके मैनेजर्स, फायरफाइटर्स और एक्जाइल्स को समझना

    Send us a text जीवन में हमारे व्यवहार, भावनाएँ और प्रतिक्रियाएँ अक्सर किसी पुराने आघात (ट्रॉमा) की जड़ों से आकार लेती हैं — चाहे हमें इसका एहसास हो या न हो। डॉ. अभिमन्यु राठौर, Antifragilient Operating System के संस्थापक, इस एपिसोड में आपको आपके भीतर मौजूद ‘मैनेजर्स’, ‘फायरफाइटर्स’ और ‘एक्जाइल्स’ से मिलवाते हैं — वे आंतरिक हिस्से जो अतीत के दर्दनाक अनुभवों के जवाब में बने, ताकि आपको बचाया जा सके। इस चर्चा में वे ट्रॉमा के 14 अलग-अलग मूल कारणों को उजागर करते हैं — जैसे बचपन का शोषण, भावनात्मक उपेक्षा, परिवार से अलगाव, सामुदायिक हिंसा, भेदभाव, धार्मिक उत्पीड़न, चिकित्सा आघात और यौन शोषण। आप जानेंगे कि ये अनुभव हमारे दिमाग और शरीर की संरचना को कैसे बदलते हैं और किस तरह हमारे अंदर सुरक्षा के तंत्र का निर्माण करते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात — ये पैटर्न आपकी कमजोरी नहीं हैं, बल्कि आपके तंत्रिका तंत्र की बुद्धिमान जीवित रहने की रणनीतियाँ हैं। इन्हें पहचानना दोष देने का नहीं, बल्कि समझने और ठीक होने का पहला कदम है। 🌀 यह हमारी 7-एपिसोड की ट्रॉमा सिंप्टम्स मिनी-सीरीज़ का पहला हिस्सा है। हर एपिसोड आपको healing के एक नए स्तर पर ले जाएगा। अगले भाग में हम ट्रॉमा के भावनात्मक लक्षणों पर गहराई से बात करेंगे। डॉ. अभिमन्यु राठौड़ द्वारा प्रस्तुत पॉडकास्ट सुनने के लिए धन्यवाद। 🔗 इंस्टाग्राम पर फॉलो करें:@drabhimanyou_psychologist 💬 हमारे नि:शुल्क बर्नआउट रिवर्सल समुदाय से जुड़ें: Transform Burnout Facebook Group ✨ रोज़ाना की ट्रांसमिशन सुनने के लिए सब्सक्राइब करें 📤 इस एपिसोड को उस व्यक्ति के साथ साझा करें जिसे आज इसकी ज़रूरत है

    13min
  8. क्या आपका अतीत आपको बंधक बना रहा है?

    9 DE AGO.

    क्या आपका अतीत आपको बंधक बना रहा है?

    Send us a text क्या आपने कभी महसूस किया है कि एक पल में आप फिर से अपने बचपन में लौट आए हैं—वही डर, वही अकेलापन, वही दर्द?  ये कोई संयोग नहीं है। यह आपके भीतर के एक्ज़ाइल्स हैं—वे भावनात्मक हिस्से जो आपके सबसे गहरे घाव और अधूरी भावनाएँ अपने भीतर कैद किए बैठे हैं। एंटिफ्रैजीलिएंट OS: डेली नॉवशिफ्ट ट्रांसमिशन्स के इस गहन एपिसोड में, डॉ. अभिमन्यु राठौर बताते हैं कि ये एक्ज़ाइल्स कैसे आपके वर्तमान जीवन को अतीत के बोझ से बाँध देते हैं, और कैसे सही तरीके से उनसे जुड़कर आप इस बंधन को तोड़ सकते हैं। वे साझा करते हैं अपने अनुभव—बचपन के डर और संवेदनशील पलों की कहानियाँ—और बताते हैं कि जब हम इन हिस्सों को सुनते हैं, अपनाते हैं और उनका बोझ हल्का करते हैं, तो ये दर्द से ताक़त में बदल जाते हैं। वही हिस्से जो कभी हमें रोकते थे, अब हमें और संवेदनशील, रचनात्मक और जुड़ाव से भरपूर बना सकते हैं। यह सिर्फ़ घाव भरने की कहानी नहीं है, बल्कि अपने भीतर छुपी शक्ति को जगाने की यात्रा है।  आज ही सुनें, और अपने भीतर के बच्चे को वह सहारा दें जिसका वह बरसों से इंतज़ार कर रहा है। डॉ. अभिमन्यु राठौड़ द्वारा प्रस्तुत पॉडकास्ट सुनने के लिए धन्यवाद। 🔗 इंस्टाग्राम पर फॉलो करें:@drabhimanyou_psychologist 💬 हमारे नि:शुल्क बर्नआउट रिवर्सल समुदाय से जुड़ें: Transform Burnout Facebook Group ✨ रोज़ाना की ट्रांसमिशन सुनने के लिए सब्सक्राइब करें 📤 इस एपिसोड को उस व्यक्ति के साथ साझा करें जिसे आज इसकी ज़रूरत है

    8min

Sobre

हर सुबह, गहन ध्यान के बाद, Dr. Abhimanyou Raathore — एक अनुभवी क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, फंक्शनल मेडिसिन प्रैक्टिशनर, और Antifragilient OS के निर्माता — एक ऊर्जा-समृद्ध ट्रांसमिशन साझा करते हैं, जो आंतरिक और बाहरी रूपांतरण के लिए समर्पित है। इन ट्रांसमिशन्स की जड़ें स्वयं अनुभव में हैं — बर्नआउट, बीमारी, और जीवन की गहराइयों से उभरकर पाए गए उत्तरों में। हर एपिसोड एक वैज्ञानिक स्पष्टता और आध्यात्मिक समर्पण से भरा हुआ कोड है — जो न केवल मानसिक ऊर्जा को स्थानांतरित करता है, बल्कि आत्मा को भी स्पर्श करता है। यह कोई प्रेरणादायक भाषण नहीं है। यह एक आह्वान है — आत्मा की ओर लौटने का, छः शरीरों को पुनर्संरेखित करने का, और जीवन को अपने पूर्ण सामर्थ्य व शांति की लय में जीने का। Antifragilient OS के ये दैनिक ट्रांसमिशन्स उन लोगों के लिए हैं जो थक चुके हैं, जागने की प्रक्रिया में हैं, या अपनी सर्वोच्च क्षमता में जीना चाहते हैं। यह है NowShift — वह क्षण जहाँ सब कुछ बदलने लगता है। 🎧 रोज़ सुनें। शब्दों को अपने भीतर उतरने दें। मौन को आपको पुनः संपूर्ण करने दें।